रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज क्रिकेट : सटोरियों का राजधानी के कोने-कोने तक नेटवर्क

Update: 2021-03-07 05:24 GMT

स्थानीय सटोरिए और बाहर से आए बुकी संगठित गिरोह के रूप में कर रहे काम

बुकियों ने बिछाया नेटवर्क का जाल

सूत्रोंं के अनुसार इस समय एक दर्जन बड़े बुकीज का पूरे शहर में नेटवर्क फैला हुआ है।

इनसे करीब आधा सैंकड़ा सटोरिए जुड़े हुए हैं, जो इन सटोरियों के पास दांव पलटाते हैं।

इस कारोबार को चलाने के लिए कुछ सटोरियों को छुटभैय्ये नेताओं का संरक्षण है

कुछ पुलिस की सेटिंग के चलते अपना कारोबार चला रहे है, वहीं शहर को सट्टे का बड़ा केन्द्र मानकर मुंबई, गोवा आदि बड़े शहरों से कुछ सटोरिए यहां आकर गुमनाम तरीके से अपना कारोबार चला रहे हैं।

इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बाहर से आकर यहां कारोबार करने वाले सटोरियों को स्थानीय सटोरिए प्रतिस्पर्धा के चलते उन्हें पकड़वाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में चल रहे रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 का क्रेज इन दिनों चरम पर है। मैच शुरू होते ही लोग टीवी के सामने बैठ जाते हैं। लेकिन यह धड़ाधड़ क्रिकेट खेलप्रेमियों के लिए जितना मनोरंजक है, उससे कहीं अधिक यह सटोरियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। रोजाना छत्तीसगढ़ में लाखों के दांव लग रहे हैं। पुलिस की मेहमान नवाज़ी के चलते सटोरियों के हौसले और भी ज्यादा बुलंद हो गए है। पिछले दिनों में सीरीज़ रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 में इंडिया और बांग्लादेश का मैच था। जिसमें इंडिया ने मैच पर एक तरफा जीत हासिल की थी। रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 मैचों पर सट्टा लगाने वाले सटोरियों का नेटवर्क इससे कहीं ज्यादा बड़ा और तेज है। रायपुर में सटोरिए और बाहर से आये बुकी एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर सटोरिए ने पूरा खेल उजागर किया है। सट्टा खिलाने वालों की एक अजीबो-गरीब भाषा है। यही कोर्डवर्ड हैं। महज एक फोन पर दांव लग जाता है और ऐसे ही रद्द भी हो जाता है। हार-जीत की राशि का बकायदा अगले दिन किसी जनरल स्टोर, मोबाइल शॉप या पान की दुकान से भुगतान कर दिया जाता है।

बुकियों में बटा शहर का कोना-कोना

शहर में क्रिकेट शुरू होते ही सटोरियों के सट्टे की बहार आ गई है। गली-मोहल्लों से लेकर पॉश कॉलोनी, होटल और यहां तक चलती कार में भी जोरों से क्रिकेट सट्टा चल रहा है। रोज किसी न किसी इलाके में रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 क्रिकेट का सट्टा चल रही रहा है। जिसके कारण सट्टा बाजार में शहर से अकेले तीस करोड़ से अधिक का कारोबार होने की संभावना हुई। इस खेल में कुछ नामचीन सटोरियों का शहर में राज चलता है, जो अनेक वर्षों से इस धंधे में लिप्त हैं।

सट्टे को लेकर संजीदा नहीं है पुलिस

शहर में मोबाइल के जरिए संचालित हो रहे सट्टे पर पुलिस संजीदा नहीं है। शहर में अंतरराज्यीय क्रिकेट सट्टा संचालित होने की बात सामने आने के बाद भी पुलिस इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। डीजीपी बंगले के सामने और पीछे चल रहे सट्टे को पुलिस अब तक रोक नहीं पाई है। कई इलाकों में भी सट्टा चलने की बात सामने आने आ रही है। जबकि शहर में पूरा संगठित गिरोह काम कर रहा है।

कुछ ऐसी होती है सट्टे की भाषा

खेलने वालों को भी एजेंट को एडवांस देकर अकाउंट खुलवाना पड़ता है, जिसकी एक लिमिट होती है। सट्टे के भाव को डिब्बे की आवाज बुलाया जाता है। सट्टेबाज 20 ओवर को लंबी पारी, दस ओवर को सेशन और छह ओवर तक सट्टा लगाने को छोटी पारी खेलना कहते हैं। दिल्ली-मुंबई में बैठे बुकी को इनकी भाषा में डिब्बा कहा जाता है। सावधानी इतनी होती है कि एक बार कोई नंबर उपयोग हो गया तो उसे दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता।

टीवी से भी तेज हैं सटोरिए

आमतौर पर टीवी पर मैच देखने वालों को यह लगता है कि वहां मैदान में शॉट खिला कि टीवी पर आ गया, लेकिन ऐसा नहीं होता है। प्रसारण संबंधी तकनीकी कारणों से ग्राउंड और टीवी के शॉट में एक गेंद का अंतर आ जाता है और यही एक गेंद सटोरियों के लिए मुनाफे का जरिया बनती है। क्योंकि बुकी (डिब्बा) का एक आदमी सीधे ग्राउंड से हर गेंद की जानकारी तत्काल अपडेट करता है और यहां भाव बदल जाते हैं। दूसरा अपडेट सटोरिए इंटरनेट से भी लेते हैं। मार्केट में कुछ ऐसे एप हैं जो टीवी से पहले हर गेंद का अपडेट दे देते हैं। इन्हीं के माध्यम से भाव की दिशा तय हो जाती है।

सेशन का खेल

यदि किसी टीम ने अपने पिछले मैच में छह ओवर के दौरान 40 रन बनाए थे तो सटोरिए 43 या 45 रुपए का भाव तय करेंगे। बढ़ाकर इसलिए करते हैं ताकि उनके जीतने की संभावनाएं ज्यादा हो जाएं। यानि किसी ने एक हजार रुपए लगाए हैं और यदि टीम ने सेशन में 43 या 45 रन बना लिए तो उसे दो हजार रुपए मिल जाएंगे लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो पूरी राशि सटोरिए के खाते में चली जाएगी। खेलने वालों को पहले सेशन में कितने भी रुपए लगाने की छूट दी जाती है। सेशन के दौरान यदि खिलाड़ी तेज खेलने लगें और ऐसा लग रहा है कि छह ओवर में 55 रन या उससे अधिक बन जाएंगे तो भाव बढ़ जाते हैं। मतलब एक हजार लगाने वाले को सटोरिए की ओर से ढाई हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा।

होटलों में रंगीन हुई मेहमानों की शाम

राजधानी में चल रहे रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 का आयोजन गोवा और ब्राज़ील में होने वाले कार्निवाल की तरह हो रहा है। जिस तरह मैचों के आयोजन और खिलाडियों के सम्मान में टॉम-झाम किया जा रहा है उससे ऐसा ही नज़ारा दिखाई दे रहा है। प्रतियोगिता को बड़ा दिखाने के लिए बुकियों और सटोरियों ने भी अपना बाजार सजा लिया है। जिसे फ्रॉक और बेली डांसर व चीयर लीडर्स और रंगीन बना रहे है। मैचों के दौरान जहां चीयर लीडर्स खिलाडियों दर्शकों का मनोरंजन कर रही है वही मैचों के बाद हर रात होने वाली आफ्टर पार्टियों में फ्रॉक और बेली डांसर धमाल मचाएंगी। शहर में चल रहे मैच के बाद बड़े-बड़े होटलों और सेनोटोरियम में बेली डांसर और फ्रॉक डांसर के साथ चीयर लीडर्स ने शाम को रंगीन बनाया। मैच के बाद की आफ़्टर पार्टी का आयोजन किया गया। पार्टी के दौरान नशे का भी सेवन किया गया। शहर के बड़े-बड़े होटलों में भी शराब का दौर खूब चलता रहा। होटलों में लोगों ने जाम के साथ डांस पार्टी का भी खूब आनंद लिया। शराब के ठेकेदारों की मानें तो उन्होंने कहा कि मैच के बाद की रात आम दिनों के मुकाबले सबसे रंगीन रात रही।

बायो बबल जोन में रिवाल्वर के साथ पकडाया अधेड़

राजधानी रायपुर में इस वक्त देश-विदेश के बड़े नामी क्रिकेटर मौजूद हैं। इसी बीच पुलिस ने शनिवार दोपहर में नया रायपुर के सेक्टर 29 से डस्टर कार से जा रहे आरोपित हैदर अली को रिवाल्वर के साथ गिरफ़्तार किया है। नवा रायपुर में शुक्रवार से रोड सेफ्टी वल्र्ड सिरीज़ 2021 में शामिल होने इस वक्त देश-विदेश के बड़े नामी खिलाड़ी राजधानी रायपुर पहुंचे हुए हैं। इसी बीच अधेड़ हैदर अली ईरानी ( 51) को रिवाल्वर के साथ पकड़ा गया। वह नूरानी चौक राजातालाब का रहने वाला है। दरअसल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी।इसके आधार पर आरोपित को रोककर उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान उसकी पीठ के पीछे पुलिस ने रिवाल्वर पाकर उसे गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ आम्र्स एक्ट की धारा 25 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है व उसे न्यायालय पेश करने की तैयारी है। यह एक बड़ा सवालिया निशाना सुरक्षा पर खड़ा होता है। आरोपित आखिर किस वारदात को अंजाम देने जा रहा था। पुलिस मामले में आरोपित से पूछताछ कर रही है। नूरानी चौक राजातालाब निवासी स्वर्गीय सुलेमान ईरानी जो नग नगीना पत्थर घूम घूमकर बेचते थे। कभी जमाने में शायरी भी करते थे। हैदर उनका बेटा बताया जा रहा है। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि आर्थिक अपराध में यदाकदा हैदर का नाम आता रहा है।

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