पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा जनजागृति एवं कोरोना बचाव पर वेबीनार का आयोजन
रायपुर। अध्यापक शिक्षा संस्थान, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के द्वारा कोविड-19 से संबंधित जनजागृति एवं कोविड-19 से बचाव पर वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. केशरीलाल वर्मा ने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा इस वैश्विक महामारी में विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थाओं की समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को रेखांकित किया । इस संदर्भ में उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा किये गये प्रयासों का उल्लेख किया जिसमें विश्वविद्यालय परिसर में समाज के सभी वर्गों के लिये निःशुल्क टीकाकरण की सुविधा तथा शिक्षक एवं कर्मचारियों के लिये सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराना प्रमुख था ।
वेबीनार के प्रथम सत्र में छत्तीसगढ़ के जाने माने शिशुरोग विशेषज्ञ डाॅ. के.पी. सारभाई ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों तथा शिशुओं को उस महामारी के प्रकोप से बचाने के कार्यों की चर्चा की । डाॅ. सारभाई ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि कोविड महामारी के दौरान बच्चों के नियमित टीकाकरण बाधित नहीं होना चाहिए अन्यथा यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिये भविष्य में और भी अधिक नुकसानदायक होगा ।
वेबीनार के द्वितीय सत्र में एम्स, नई दिल्ली के डाॅ. तेज प्रकाश सिन्हा, इमरजेंसी केयर विभाग ने कोविड महामारी से सुरक्षित रहने के लिये किये जाने वाले उपायों पर अत्यंक ही सहज रूप से अपनी प्रस्तुति दी । डाॅ. तेज प्रकाश ने फेफड़ों में होने वाले संक्रमण से बचने के लिये उन सामान्य व्यायामों का प्रदर्शन किया जिसके द्वारा हम अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं । डाॅ. तेजप्रकाश ने स्वस्थ् रहने के लिये उचित आहार एवं मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता पर भी प्रकाश डाला ।
तीसरे सत्र में एम्स रायपुर के डाॅ. अविनाश इंग्ले द्वारा देश में तैयार की गयी वैक्सिन को अत्यधिक कारगर बताया । डाॅ. इंग्ले के अनुसार देश में तैयार की गयी वैक्सिन सभी दृष्टि से परीक्षण के बाद स्वीकृत की गयी है, अतः इस पर किसी भी प्रकार का संदेह उचित नहीं है । डाॅ. इंग्ले के अनुसार लोग अफवाहों से बचें तथा टीका जरूर लगवायें । इस विषम परिस्थिति में स्वयं को सुरक्षित रखने तथा कोविड-19 के लक्षणों पर भी महत्वपूर्ण जानकारी उन्होंने दी ।