दुर्ग। दुर्ग में CISF के IG संजय प्रकाश पर आरोप है कि, संपत्ति के लालच में उन्होंने अपनी भतीजी को बंधक बनाकर रखा है। 22 साल की उनकी भतीजी ने अपनी मौसी को एक खत लिखा था जिसके बाद यह बात सामने आई है। मामला सीआईएसफ कॉलोनी उतई का है। लड़की ने अपनी मौसी को चोरी से एक लेटर लिखा कि वो अगर उसे नहीं ले जाएंगे तो वो खुदकुशी कर लेगी। 6 पन्नों के सुसाइड नोट मिलने के बाद बच्ची की मौसी अनीता शर्मा सख्ते में आ गई। उन्होंने महिला विकास मंच बिहार के पटना में इसकी शिकायत की। जिसके बाद वहां से मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीना मानवी अपनी टीम के साथ शनिवार को दुर्ग पहुंची और दुर्ग SP से शिकायत की गई। शिकायत के बाद पुलिस भी मामले की गंभीरता को लेकर एक्शन में आई। SP ने उतई पुलिस को वीना मानवी के साथ भेजा और लड़की का रेस्क्यू कर लिया गया है।
पटना से आई महिला विकास मंच की टीम ने बताया कि, 4 दिन पहले एक एप्लिकेशन आया था जिसमें एक सुसाइड नोट की तरह लेटर मिला था। बच्ची की नानी के घर वालों ने बच्ची को वहां से निकालने की अपील की थी। महिला के माता-पिता दोनों नहीं है। मां की 2016 में डेथ हुई, 2021 में पिताजी की मौत हुई है। CISF के IG संजय प्रकाश बच्ची के छोटे चाचा हैं। जिन्होंने बच्ची को पढ़ाने की बात कही थी और अपने साथ रखा था। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और बच्ची परेशान रहने लगी। जिसके बाद बच्ची ने नानी घर आकर आपबीती बताई थी।
उतई थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने बताया कि, वहां रह रही 22 साल की युवती ने अपनी मौसी को सूचना दी थी कि उसे वहां से ले जाए। बच्चे की मौसी महिला बाल विकास मंच के साथ आई हुई थी। उतई पुलिस उनके साथ गई और बच्ची का रेस्क्यू कराया। युवती को पहले महिला सखी सेंटर दुर्ग में भेजा गया इसके बाद उसे उसके मौसी के हवाले किया जाएगा। राष्ट्रीय संरक्षक महिला बाल विकास मंच की वीना मानवी ने बताया कि बच्ची के नाम पर बिहार में 380 बीघा जमीन थी। इसमें से उसके बड़े पिता संजय प्रकाश ने 180 बीघा जमीन को बच्ची के हस्ताक्षर से बिकवा दिया। और पूरा पैसा हजम कर गए। हाल ही में उन्होंने सवा पांच लाख रुपए का चेक बच्ची से साइन करवाया और यह कहा कि उन्होंने उसके पिता के इलाज में यह पैसे खर्च किए थे। इसलिए ले रहे हैं। बच्ची को लाते समय टीम ने संजय प्रकाश से बच्ची के लॉकर की चाबी, बैंक पासबुक, चेक बुक, कपड़े, गहने समेत अन्य सामान लेकर उसके मौसी को सौंप दिया।