रायगढ़। निकरा परियोजना अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, रायगढ़ द्वारा निकरा गोद-ग्राम जुनवानी विकासखंड, रायगढ़ के प्रगतिशील कृषकों, कृषि महाविद्यालयों एवं कृषि विद्यालय के लगभग 150 छात्र-छात्राओं को जिले में पहली बार कृषि रसायनों को ड्रोन के माध्यम से जीवंत प्रदर्षित किया गया। यह कार्यक्रम सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता की डॉ.ए.के.सिंह अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय ने की।
सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा जिले में कृषि में नए नवाचार एवं स्टार्टअप के लिए बहुत प्रयासरत है उन्होंने कहा की कृषि विज्ञान केंद्र, रायगढ़ का यह बहुत ही अच्छा प्रयास है जिन्होंने चेन्नई के तकनीशियन से सम्पर्क स्थापित करके जिले में पहला सफल प्रदर्शन करवाया। अधिष्ठाता डॉ सिंह ने कहा की ड्रोन तकनीक से खेती का काम समय एवं अधिक वैज्ञानिक ढंग से संपन्न करने में मदद मिलेगी। केंद्र के प्रमुख इं.आर.के.स्वर्णकार ने कहा की आज के समय के मांग के अनुसार ड्रोन तकनीक की उपयोगिता और बढ़ेगी तथा इसमें किसानो का समय और खर्च दोनों बचेगा। निकरा परियोजना के उप अन्वेषक खेमा दास महंत ने बताया की यह एक मौसम आधारित तकनीक है जिसको बढ़ावा देने की दिशा में ड्रोन बहुत ही अच्छा विकल्प है जिसमे एक घंटे में 7-8 एकड खेत में छिडकाव किया जा सकता है एवं साथ ही पानी की मात्रा भी कम लगती है लगभग एक एकड में 15-16 लीटर की ही आवश्कता होगी। अत: यह बड़े खेत एवं किसानो के लिए यह बहुत ही उपयोगी होगा। निकरा परियोजना के एस.आर.एफ.मनोज साहू ने कहा की ड्रोन तकनीक से दवा छिडकाव की तीव्रता भी बढ़ेगी एवं अधिक परिणाम कारगर साबित होगा। ड्रोन तकनीक में इफको द्वारा प्रायोजित नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया। जिसे जिला प्रबधंक भूपेंद्र पाटीदार ने उपलब्ध कराया। जिले में पहली बार इस नवीन तकनीक ड्रोन के सफल प्रदर्शन में केंद्र के वैज्ञानिकों जिनमें डॉ मनीषा चौधरी, डॉ पैकरा, डॉ बंजारा, डॉ सोलंकी, डॉ.सविता, डॉ.पटेल, आशुतोष एवं केंद्र के समस्त स्टाफ का सहयोग रहा।