विदेशों से ड्रग रायपुर आकर पूरा देश में हो रहा सप्लाई

Update: 2022-12-12 06:12 GMT

जनता से रिश्ता की खबर की पुष्टि

रायपुर बना नशे का हब, तस्करों की जद में राजधानी

दुनिया भर के तस्करों का मुख्यालय और नया कॉरिडोर के रूप में जाना जाने लगा रायपुर

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। पूरे देश में रायपुर से होकर ड्रग्स पहुंचाया जा रहा है। जनता से रिश्ता ने सामाजिक एवं जन सरोकार के तहत पिछले कई सालों से इस पर समाचार प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है और यह बता रहा है कि रायपुर से पूरे देश में ड्रग्स की सप्लाई हो रही है। इस बात की पुष्टि पिछले दिनों महासमुंद के युवक एवं पाली कोरबा की युवती के पकड़े जाने से हो गई, उन दोनों ने कोरियर से ड्रग्स गोवा भेजा था, लेकिन कोरियर वाले के चौकन्ना होने से मामला उजागर हो गया। जनता से रिश्ता पिछले कई अंकों में स्पस्ट रूप से प्रकाशित किया था की रायपुर सहित पूरा छत्तीसगढ़ नशे का हब बन गया है। रायपुर के रास्ते पूरे देश में ड्रग्स सप्लाई हो रही थी इसका प्रमाण आए दिन पकड़ में आ रहे ड्रग्स तस्कर हंै। रायपुर अब ड्रग्स सप्लाई का अंतर्राष्ट्रीय हब भी बन गया है साथ ही यहां से अब विदेशों में भी ड्रग्स भेजा जाने लगा है। महासमुंद के युवक-युवती के पकड़े जाने पर यह भी खुलासा हुआ कि गोवा भेजा जा रहा ड्रग्स अफगानिस्तान से आया था जो रायपुर होकर गोवा भेजा जा रहा था। इससे यह जाहिर होता है कि रायपुर से पूरे देश में ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है । साथ ही विदेशों तक भी सप्लाई रायपुर से हो रहा है। छत्तीसगढ़ अब गोवा जैसे पुराने नशे के गढ़ को पीछे छोड़कर नया नशे का गढ़ बन गया है। सिर्फ यही नहीं राजधानी के हर गली-मोहल्ले में नशे का तगड़ा नेटवर्क खड़ा हो गया है। इसे तोडऩ़े नारकोटिक्स सेल ने तस्करों और सप्लायरों की सूची तैयार की थी मगर इनकी धर-पकड़ नहीं हो पाई। पिछले साल शहर के 32 थानों में नशे के तस्करों के खिलाफ 184 केस दर्ज किए गए थे। उनसे 2.11 करोड़ की नशीली दवा और ड्रग्स जब्त किया गया था। इस साल भी बड़े पैमाने पर गांजे और अन्य ड्रग की तस्करी के कई मामले सामने आए।

राजधानी में ज्यादातर अंतरराज्जीय व बाहरी तस्कर पकड़े गए हैं जो लोकल गैंग व उसके गुर्गों से मिलकर ड्रग की सप्लाई करते हैं लेकिन राजधानी पुलिस इन लोकल ड्रैग तस्करों या उनके गुर्गो पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

नशीली दवाइयां: नशीली दवाइयां ओडिशा, महाराष्ट्र और आंध्रा से यहां सप्लाई हो रही है।

ड्रग्स: ड्रग्स की तस्करी महाराष्ट्र और गोवा से होती है। दिल्ली से भी ड्रग्स आने लगे हैं।

अफीम: पं. बंगाल व असम से अफीम की तस्करी हो रही है। ट्रक वाले बड़े सप्लायर हैं।

चरस : चरस बंगाल, पंजाब-झारखंड से आता है। ज्यादातर ट्रक और ट्रेन से तस्करी हो रही है।

नशे की चेन को तोड़ेंगे : आला अफसरों ने वारदातों की समीक्षा के बाद ही नारकोटिक्स सेल बनाने का फैसला किया ताकि आसानी से युवाओं तक पहुंच रहे नशे की चेन को तोड़ा जा सके। पिछले साल नारकोटिक्स सेल ने 184 केस दर्ज किए थे। इस दौरान पकड़े गए तस्करों अभी कहां हैं? ये पता लगाया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान जो फरार हो गए थे, अब नए सिरे से उनकी भी खोजबीन शुरू कर दी गई है।

सटोरियों-खाइवालों पर भी कार्रवाई सुस्त : पुलिस राजधानी के सटोरियों और खाईवालों पर भी कार्रवाई नहीं कर पा रही है। सट्टे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सटोरियों और खाईवालों के खिलाफ पुलिस की यदा-कदा चलने वाला अभियान महज खाना पूर्ति ही होती है। पुलिस गुर्गों पर कार्रवाई कर यह जताने की कोशिश करती है कि वह अवैध गतिविधियों और कारोबारों को रोकने सख्त है लेकिन वास्तविकता यही है कि सटोरियों-खाईवालों और अन्य अवैध कारोबारों को संचालित करने वालों और छुटभैय्ये नेताओं के दम पर ही थानों की रोजमर्रे की जरूरतें पुरी होती हैं ऐसे में सट्टा, जुआ व नशे के अवैध कारोबारियों पर पुलिस की हर कार्रवाई सिर्फ दिखावे की होती है जिसमें सरगना पर आंच आना तो दूर गुर्गे भी कार्रवाई के चंद घंटे बाद फिर से अपने धंधे में सक्रिय हो जाते है। राजधानी का सट्टा किंग मुंबई के गैंगस्टर्स के नक्शे-कदम पर चलकर अपना तगड़ा नेटवर्क बनाकर शहर के भीतरी और आउटर के मोहल्लों में सट्टा लिखने के लिए गुर्गों को तैनात कर रखा है। राजनीतिक और पुलिसिया संरक्षण में सट्टा-जुआ और गांजा, अवैध शराब का धंधा चलाने वाले रवि साहू, आसिफ, सलीम, देव, अन्ना और अनिल आलू के ठीहे आज भी बिना किसी खौफ और रोक-टोक के चल रहे हैं। जहां रोज लाखों के सट्टापट्टी लिखे जाते हैं।

रविसाहू के गुर्गे सक्रिय : सूत्र बताते है कि रवि साहू ने नेताओं के नाम फायदा उठाकर लंबा चौड़ा कारोबार फैला रखा है। बड़े-बड़े दांव की खाईवाली कर रहा है। गोलबाजार बंजारी मंदिर में एक परमानेंट ठिहा रविसाहू ने बना रखा है, जहां छोड़े-बड़े सटोरिए जुटते है। और बड़े-बड़े दांव और पुलिस से सेटिंग के रास्ते निकालने के पैंतरे निकालते है। काली बाड़ी में तो रवि साहू का एकतरफा सट्टा दौड़ रहा है। थाना प्रभारी से लेकर पुलिस के बड़े अधिकारियों को इस मामले का संज्ञान होने के बाद भी रवि के राजनीतिक संरक्षकों के निर्देश से पुलिस हाथ खींच रही है। जिसके कारण रवि साहू को कारोबार दिन दुनी रात चौगुनी बढ़ते जा रहा है। कालीबाड़ी राजधानी का नया सट्टा हब बना कालीबाड़ी क्षेत्र के लोगों का सुबह-शाम ओपन-क्लोज, पत्ती नंबर के शोर शराबे से जीना मुहाल हो गया है। शौर्य पेट्रोल पंप के सामने नाले के के पीछे बस्ती से लेकर सिद्धार्थ चौक, भाटागांव रोड, बूढ़ा पारा के आसपास के क्षेत्र,मारवाड़ी श्माशान घाट के आसपास की बस्ती, पुजारी पार्क, टिकरापारा क्षेत्र मेंं रविसाहू का खुला खेल फर्रूखाबादी चल रहा है। बड़े-बड़े नेताओं के साथ संपर्क बताकर उनके नाम से पुलिस को भी चकमा दे रहा है । काली बाड़ी के रहवासियों ने कई बार कलेक्टर, एसपी को लिखित में शिकायत की है कि क्षेत्र में सट्टा चलने के कारण आए दिन लड़ाई झगड़ा गैंगवार की स्थिति निर्मित हो जाती है। जिससे मोहल्ले वालों का जीना मुहाल हो गया है। उसके बाद भी पुलिस के कोई ठोस कदम नहीं उठाने का मामला लोगों के समझ में नहीं आ रहा है। इन इलाकों के गली-गली में हैं सट्टा-पट्टी लिखने वाले : राजधानी के बीचोबीच महिला थाना गार्डन, नया वस टर्मिनल, चंगोराभाटा, भाठागांव, सेजबहार, मठपुरैना, मुजगहन, चौरसिया कालोनी, संतोषीनगर, टिकरापारा, नेहरूनगर, संजयनगर, कालीबाड़ी, पुरानीबस्ती, ब्रम्हपुरी, बुढ़ा तालाब गार्डन, पुरानी बस्ती, कुकुरबेड़ा, मोतीनगर, समता कालोनी, रामनगर, स्टेशन रोड जैसे इलाकों में इन सटोरियों ने अपने गुर्गे तैनात कर रखे है जिनके बदौलत कई घरों में सट्टापट्टी लिखने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। वही अनिल आलू के गुर्गे कटोरातालाब और आसपास के इलाकों में अपने अड्डे चला रहे हैं।

नशीली इंजेक्शन बेचने वाला युवक गिरफ्तार

अम्बिकापुर। नशीली इंजेक्शन बेचने की फिराक में घूम रहे शातिर तस्कर को प्रतिक्षा बस स्टैंड पुलिस ने गौरव पथ रोड से गिरफ़्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 30 नग अवैध मन: प्रभावी नशीला इंजेक्शन बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली कि एक संदेही सफ़ेद रंग के थैले में नशीली इंजेक्शन रखकर बिक्री के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा हैं। पुलिस टीम द्वारा तत्काल संदेही की घेराबंदी कर गौरव पथ रोड से पकड़ा। पूछताछ में अपना नाम रवि कश्यप मायापुर अम्बिकापुर का होना बताया। गवाहों की उपस्थिति में संदेही की तलाशी ली गई। संदेही के कब्जे से एक सफ़ेद रंग के थैला में रखे 30 नग नशीली इन्जेक्शन को जब्त किया गया। आरोपी से जब्त अवैध मादक पदार्थ नशीले इंजेक्शन के संबंध में पूछताछ करने पर बिक्री करने के उद्देश्य से ग्राहक की तलाश करना स्वीकार किया गया, आरोपी द्वारा घटना कारित करना स्वीकार किए जाने पर सदर धारा का अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

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