डेंगू नियंत्रण के संबंध में सीएमएचओ ने निजी अस्पताल प्रबंधकों की ली बैठक

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Update: 2024-08-05 17:23 GMT
Raigarh. रायगढ़। डेंगू के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए सीएमएचओ डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने आज स्वास्थ्य कार्यालय के आरोग्यम् सभाकक्ष में समस्त शहरी क्षेत्र के निजी अस्पताल के प्रबंधकों की बैठक ली। बैठक में सीएमएचओ डॉ.चंद्रवंशी ने निजी चिकित्सालयों/ पैथॉलाजी लैब के प्रभारियों को कहा कि डेंगू नियंत्रण के तहत विशेष रूप से रेपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट की जांच के उपरांत धनात्मक पाये जाने पर पुष्टिकरण हेतु 5 एमएल एवं 1 एमएल सीरम सैंपल मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा जाना है। जहां पुष्टिकरण पश्चात स्वास्थ्य विभाग घोषणा करेगा कि संबंधित मरीज में डेंगू पॉजीटिव पाया गया है। कोई भी पैथालॉजी लैब/ निजी चिकित्सालय डेंगू पॉजीटिव है रेपिड डायग्नोस्टिक के आधार पर घोषणा नहीं करेंगे। उन्होंने समस्त पैथॉलाजी लैब / निजी चिकित्सालयों बालाजी अस्पताल, अशर्फी देवी अस्पताल, डॉ. आर.एल हास्पिटल,डॉ आर.पटेल, पैथॉलाजी, संजीवनी हॅास्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, अनुपम डायग्नोस्टिक, आरोग्यम्, श्री सिद्वी
विनायक
हॉस्पिटल, श्री बालाजी मेट्रो हॅास्पिटल, जे.एम.जे हास्पिटल, रायगढ़ हॉस्पिटल, हाई टेक पैथॉलाजी, सिटी पैथॉलाजी, गुरूदेव हास्पिटल, ओ.पी.जिंदल हास्पिटल ,अंकुर हॉस्पिटल, कान्हा हॉस्पिटल, गंगा नर्सिंग होम, अपेक्स हॉस्पिटल से कहा कि जिन- जिन मरीजों का अपने निजी पैथालॉजी में जांच करते है तो उनका संपूर्ण पता एवं विवरण, मोबा.नं. के साथ दर्ज करते हुए रिफरल स्लीप के साथ मेडिकल कालेज को रिसीव करें ताकि कान्टेक्ट ट्रेसिंग व अन्य मरीजों की हिस्ट्री पता करने में दिक्कत न हो। समस्त निजी चिकित्सालय में से जिले के अंतर्गत बड़े निजी चिकित्सालयों में मरीजों की भर्ती हेतु पर्याप्त व्यवस्था के रूप में डेंगू मरीजों की बेड मच्छरदानी लगवायें और उनका रोकथाम इलाज जारी रखे। इस अवसर पर जिला मलेरिया डॉ.टी.जी. कुलवेदी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ बी.पी.पटेल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पी.डी. बस्तियां उपस्थित रहे।

डेंगू से बचाव के लिये बरते सावधानी
डेंगू का मच्छर आम मच्छरों से अलग होता है और ये दिन में काटता है। ऐसे में घर और आस-पास में मच्छरों को पनपने न दें। कूलर का उपयोग नहीं होने पर उसका पानी खाली करके रखें। कुलर में एक हफ्ता से रखा हुआ स्थिर एवं साफ -पानी, बिना ढ़के हुए प्लास्टिक एवं सीमेंट टैंक का साफ पानी, फ्रिज के पीछे टे्र, गमले में जमा हुआ पानी, पशु एवं पक्षियों के लिए रखा हुआ साफ पानी, नारियल के खोल, टूटे हुए बर्तन एवं डिस्पोजल, गड्ढ़ो में बारिश का जमा हुआ साफ पानी, टायरों में जमा हुआ साफ पानी, अन्य ऐसे स्थान या वस्तु जिसमें स्थिर साफ पानी जमा हो रहा है वहाँ डेंगू के मच्छर पनपते है। घर की छत पर रखे गमलों या अन्य चीजों में पानी जमा न होने दें। जमे हुए पानी के गड्ढ़ों में जला हुआ मोविल, तेल डाल दें जिससे ऑक्सीजन न मिलने के कारण डेंगू मच्छर के लार्वा नष्ट हो जाते है। मच्छरों से बचने हेतु मच्छरदानी का उपयोग दिन में भी करें। फल आस्तीन के कपडें पहनें। घर के दरवाजो व खिड़कियों में जाली लगवायें।
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