नाचा समितियों को प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाएंगे 10-10 हजार रुपए : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आज दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के दौरे पर ग्राम निकुम पहुंचे। बघेल यहां स्वर्गीय दाऊ रामचंद्र देशमुख प्रदेश स्तरीय नाचा गम्मत महोत्सव में शामिल हुए। तीन दिवसीय नाचा महोत्सव का आज अंतिम दिन था। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने नाचा का आनंद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के अभाव को प्रहसन के माध्यम से बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के कला जगत के पुरोधा स्वर्गीय डॉ रामचंद्र देशमुख जी ने राज्य की संस्कृति को पुनर्जीवित किया। उन्होंने कहा कि देशमुख जी ने नाचा कलाकारों को नए ढंग से प्रशिक्षण देकर सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से देश विदेश में अपनी संस्कृति को बढ़ावा दिया। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। हरेली, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा आदि अन्य पर्व में स्थानीय अवकाश की घोषणा की गई है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का भी आयोजन किया गया जिसमें 26 लाख प्रतियोगियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों के पुरस्कार के लिए 21 करोड़ तथा 25 करोड़ का प्रावधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने नाचा समितियों को प्रोत्साहन स्वरूप 10-10 हजार रुपए देने की भी घोषणा की और कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति में कैसे सुधार हो, यह सुझाव विचारणीय है। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता के रूप में पहचाने जाते हैं। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां इनपुट सब्सिडी और समर्थन मूल्य मिलाकर किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य दिया जा रहा है। अगले खरीद सीजन से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 15 क्विंटल से बढ़ाकर 20 क्विंटल की जा रही है। उन्होंने भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर और श्री दीपक तारम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा मंच में "चेत करो तन के" पुस्तक का विमोचन भी किया।