सिल्क सिटी में कपड़ों के इंजीनियर नहीं बनना चाहते छात्र

Update: 2023-09-07 03:47 GMT

मुंगेर: सिल्क के शहर में स्थित दो-दो पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विद्यार्थी कपड़ों के इंजीनियर बनने में रुचि नहीं ले रहे हैं. दूसरी काउंसिलिंग के बाद खाली सीटों को देखने पर यह स्पष्ट हो रहा है. अब मॉपअप राउंड में भी कुछ सीट भरेंगी तो अधिकतर सीट खाली ही रह जायेंगी.

नाथनगर में 2022 में ही शुरू हुये राजकीय पॉलिटेक्नक टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी को इसी उद्येश्य से शुरू किया गया था कि सिल्क सिटी में टेक्सटाइल से जुड़े इस कोर्स को शुरू कर सिल्क, लीनेन सहित अन्य कपड़ों के कारोबार को काफी बढ़ावा दिया जा सकेगा. इस संस्थान में कुल पांच कोर्स चलाये जा रहे हैं. सभी में 63-63 सीटें हैं. जिसमें से इस बार ह्यसिविलह्ण की पढ़ाई भी शुरू की गई. जिसमें पहले साल ही दूसरे राउंड के बाद मात्र छह सीट खाली रही. शेष चार कोर्स ह्यकंप्यूटर एडेड कॉस्ट्यूम डिजायन एंड ड्रेस मेकिंग में 52, फैशन एंड क्लॉथिंग टेक्नोलॉजी में 51, गारमेंट टेक्नोलॉजी में 51 और टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में 51 सीटें खाली रहीं. पिछले साल यहां चार ब्रांच के कुल 240 सीटों में कुल मात्र 51 सीटों पर ही नामांकन हुआ था. नाथनगर स्थित इस संस्थान में पांच नियमित शिक्षक हैं और शेष गेस्ट फैकल्टी हैं. प्राचार्य प्रो. सुनील चंन्द्र साह ने बताया कि नये बैच की पढ़ाई शुरू होगी. वहीं राजकीय पॉलिटेक्निक भागलपुर में देखा जाये तो यहां भी छह ब्रांच में काफी सीट खाली है. यहां टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में 38 सीटें खाली हैं. वहीं एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में भी 25 सीटें खाली हैं. कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में मात्र सात, इलेक्ट्रिकल में मात्र एक और इलेक्ट्रॉनिक्स में 16 सीटें खाली हैं. 14 से होगा मॉपअप राउंड प्राचार्य प्रो. सुनील चन्द्र साह ने बताया कि दो राउंट के नामांकन के बाद 14 और 15 सितंबर को मॉपअप राउंड की काउंसिलिंग एवं नामांकन होना है. इसमें छात्रों को ज्यादा से ज्यादा शामिल होना चाहिये और इन सीटों पर नामांकन लेना चाहिये.

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