बिहार के औरंगाबाद से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां पिता की मौत के 48 घंटे बाद सदमे से बेटे की मौत हो गई. पिता के दुनिया छोड़ने के 24 घंटे में पुत्र ने भी देह त्याग दिया. अब बिहार के औरंगाबाद की यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. इस मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि पहले पिता की मौत हुई, फिर बेटे की भी मौत हो गयी. बता दें कि यह घटना औरंगाबाद सदर प्रखंड के जम्होर थाना क्षेत्र के करहरा गांव की है. इस घटना को लेकर में परिजनों ने बताया कि, ''दो दिन पहले रामचंद्र सिंह की मौत हो गई थी. पिता की मौत की सूचना मिलते ही समस्तीपुर मंडल कारा में जेल पुलिस के सिपाही के पद पर कार्यरत पुत्र प्रीतेश कुमार(38) आकस्मिक अवकाश लेकर घर आया फिर घर आकर वह पिता के दाह संस्कार में शामिल हुआ. दाह-संस्कार के समय से ही वह बुझ गया था. अपने पिता की मृत्यु से उन्हें गहरा सदमा लगा क्योंकि वह अपने पिता के लाडले थे, वह अपने पिता से दिल से जुड़े हुए थे.''
वहीं आगे उन्होंने बताया कि, ''ड्यूटी पर रहने के बावजूद वह अपने पिता का हालचाल लेने के लिए रोज समस्तीपुर से फोन करते थे, उनकी अपने पिता से लंबी-लंबी बातचीत होती थी. दो दिन पहले जैसे ही उसे पिता की मौत की खबर मिली तो वह अंदर से टूट गया, वहीं दाह संस्कार के बाद से वह गुमसुम रहने लगा था. परिवार वाले उसे समझा-बुझाकर मानसिक मजबूती दे रहे थे, लेकिन परिवार वालों के ढांढस बंधाने के बावजूद वह पिता की मौत के सदमे से बाहर नहीं आ रहा था. रविवार को अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई.''
डॉक्टर्स ने बताया हर्ट-अटैक
आपको बता दें कि 48 घंटे के अंदर घर में दो मौतों से परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों का कहना है कि, पिता की मौत से सदमे में आए प्रीतेश के सीने में अचानक दर्द हुआ, जिसकी जानकारी उसने परिजनों को दी. आनन-फानन में परिजन उसे इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक प्रीतेश की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. अब इस घटना की चर्चा बिहार में हर तरफ हो रही है.