Patna: बिगहा गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर

दो हजार की आबादी गत तीन साल से इस परेशानी को झेल रही है.

Update: 2024-11-18 07:42 GMT

पटना: हरगावां पंचायत के नेबाजी बिगहा गांव के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रोजाना नदी पार करने को मजबूर हैं. हरगावां पइन ने नदी का रूप धारण कर लिया है, इससे इस गांव के लोगों का आवागमन बहुत ही कठिन हो गया है. दो हजार की आबादी गत तीन साल से इस परेशानी को झेल रही है.

बिहारशरीफ प्रखंड का यह गांव डिजिटल युग में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं. नेबाजी बिगहा गांव इसका एक ज्वलंत उदाहरण है. यहां आज भी आपात स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को खटिया का सहारा लेना पड़ता है. आने जाने का साधन नहीं रहने के कारण ग्रामीण अक्सर रोगियों को खटिया पर लेकर नदी पार करते हैं. गांव तक वाहनों के पहुंचने का कोई साधन नहीं है. बारिश के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है. मरीजों को कंधे पर खटिया उठाकर, कीचड़ भरे रास्तों और नदी के तेज बहाव से होकर पार करना पड़ता है. गांव के लोग पानी के तेज बहाव में फंसने का जोखिम उठाकर घर लौटते हैं. पइन का पानी इतना बढ़ गया है कि गांव तक पहुंचने के सारे रास्ते बंद हो गए हैं.

प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों में आक्रोश : नेबाजी बिगहा के ग्रामीण महेश पंडित, नागो पासवान, सतेंद्र पासवान व अन्य ने बताया कि उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों से लेकर स्थानीय प्रशासन तक को यहां तक सड़क और पुल बनवाने की मांग की है. लेकिन, अब तक उनकी मांगें अनसुनी ही रही हैं. प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को पूरा करने के आश्वासन के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने कहा यह उनके जीवन का एक कठिन सच बन गया है कि उन्हें हर आपात स्थिति में खुद ही अपनी जान जोखिम में डालकर अपने प्रियजनों को अस्पताल पहुंचाना पड़ता है. प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.

महिलाओं और बुजुर्गों को हो रही अधिक परेशानी

खराब स्थिति का सबसे अधिक प्रभाव महिलाओं, बच्चों, और बुजुर्गों पर पड़ता है. गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में भी ग्रामीणों को बड़ी कठिनाई होती है. कई बार स्थिति इतनी विकट हो जाती है कि मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक प्रशासन की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

जिससे उन्हें हर दिन अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. अगर जल्द ही पुल या कोई सुरक्षित आवागमन का साधन उपलब्ध नहीं कराया गया, तो कोई बड़ी दुर्घटना होने की आशंका है. ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाला जाए. ताकि नेबाजी बिगहा के लोग गांव तक सुरक्षित पहुंच सकें.

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