पीएम मोदी तिरहुत पर मेहरबान

Update: 2023-08-05 06:15 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मल्टीलेन हाइवे के जरिए सड़कों पर अपना प्रभाव दिखा भी रही है और पिछले कुछ दिनों से दिखा भी रही है। अब अगला टारगेट रेलवे है। ट्रेनों की जगह स्टेशनों को लक्ष्य बनाया गया है, ताकि आधुनिक रंग-रूप में सुविधा मिले तो लोग वाहवाही करें। इस बार की योजना में बिहार के अंदर मिथिला और मगध क्षेत्र पर फोकस साफ दिख रहा है। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्टेशनों का पुनर्विकास का शिलान्यास करेंगे। वर्चुअल माध्यम से पूर्व मध्य रेलवे के भी 57 स्टेशनों पर पुनर्विकास का शिलान्यास होगा। इसमें तिरहुत क्षेत्र के मुजफ्फरपुर, मिथिला क्षेत्र के दरभंगा-सीतामढ़ी और मगध क्षेत्र के गया स्टेशन पर सबसे ज्यादा राशि खर्च की जा रही है। जितना सोचा नहीं गया होगा, उससे ज्यादा सभी स्टेशनों पर खर्च हो रहा मगर सबसे ज्यादा इन चार स्टेशनों का रंग-रूप बदलने में खर्च होगा।

यह तीन स्टेशन देख चुके हों तो अंदाज लगा सकते हैं

इस योजना के अंतर्गत देश के तीन स्टेशनों पर काम पूरा हो गया है। अगर आपने इन तीन में से किसी स्टेशन पर उतरकर उसे देखा हो तो अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसा दिखेगा अपना स्टेशन- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का रानी कमलापति स्टेशन, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन और गुजरात का गांधीनगर कैपिटल स्टेशन। इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। सुविधाजनक आवाजाही के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर के अलावा कॉनकोर्स, वेटिंग रूम और रिटेल क्षेत्र बनाए गए हैं। इसके अलावा, यात्रियों के आगमन-प्रस्थान एवं वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है।

किस योजना के तहत यह काम किया जा रहा है, यह समझें

केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया जाना है। भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुए इन पुनर्विकसित स्टेशनों पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और आवश्यकतानुसार बदलाव किया जाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं में अनावश्यक संरचनाओं को हटाकर आवश्यकतानुसार हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल स्टेशन भवन, रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच के लिए प्रवेश एवं निकास द्वार, फुटओवर ब्रिज, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर कॉनकोर्स एरिया, बैठने की व्यवस्था, उन्नत पार्किंग, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था, संकेत एवं निर्देश बोर्ड, ट्रेन डिस्प्ले और उद्घोषणा प्रणाली, दिव्यांगजन अनुकूल बुनियादी ढांचा आदि की बेहतरी शामिल है।

स्टेशन डिज़ाइन में निम्न बिंदुओं का विशेष ध्यान रखा गया है

• स्टेशनों का 'सिटी सेंटर' के रूप में विकास।

• शहर के दोनों तरफ प्रवेश/निकास द्वार।

• स्टेशन भवनों का सुधार/पुनर्विकास।

• अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान।

• यात्री आवागमन हेतु सुगम व्यवस्था।

• यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर तरीके से डिज़ाइन किए गए साइनेज बोर्ड।

• रेलवे भूमि एवं परिसंपत्तियों का समुचित सदुपयोग का प्रावधान

• स्थानीय कला और संस्कृति को प्राथमिकता ।

अब जानिए बिहार, झारखंड और यूपी के इन स्टेशनों के बारे में

हाजीपुर स्थित पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 6 अगस्त को पूर्व मध्य रेल (ECR) के दानापुर मंडल के 13, धनबाद के मंडल के 15, सोनपुर मंडल के 10, समस्तीपुर मंडल के 12 एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के 07 सहित कुल 57 स्टेरशन का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास का शिलान्यास किया जाना है। यह स्टेशन बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के हैं।

1. दानापुर मंडल - दानापुर मंडल के आरा स्टेशन का 27.89 करोड़ रुपये, बिहिया स्टेशन का 23.13 करोड़ रुपये, रघुनाथपुर स्टेशन का 20.50 करोड़ रुपये, डुमरांव स्टेशन का 17.13 करोड़ रुपये, दिलदारनगर स्टेशन का 21.16 करोड़ रुपये, जमुई स्टेशन का 23.36 करोड़ रुपये, जहानाबाद स्टेशन का 22.93 करोड़ रुपये, राजगीर स्टेशन का 21.20 करोड़ रुपये, बिहार शरीफ स्टेशन का 18.84 करोड़ रुपये, फतुहा स्टेशन का 32.73 करोड़ रुपये, बाढ़ स्टेशन का 23.38 करोड़ रुपये, बख्तियारपुर स्टेशन का 23.20 करोड़ रुपये तथा तरेगना स्टेशन का 19.23 करोड़ रुपये की लागत से पुनिर्विकास कार्य किया जाना है।

2. धनबाद मंडल - धनबाद मंडल के चन्द्रपुरा स्टेशन का 26.50 करोड़ रुपये, नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो स्टेशन का 32.40 करोड़ रुपये, कतरास स्टेशन का 26.90 करोड़ रुपये, नगर उंटारी स्टेशन का 26.30 करोड़ रुपये, गढ़वा टाउन स्टेशन का 25.50 करोड़ रुपये, गढ़वा रोड स्टेशन को 24.50 करोड़ रुपये, पहाड़पुर स्टेशन का 28.10 करोड़ रुपये, पारसनाथ स्टेशन का 30.40 करोड़ रुपये, हजारीबाग रोड स्टेशन का 28.10 करोड़ रुपये, कोडरमा स्टेेशन का 30.30 करोड़ रुपये, लातेहार स्टेशन का 24.50 करोड़ रुपये, डालटनगंज स्टेशन का 29.20 करोड़ रुपये, बरकाकाना स्टेशन का 32.60 करोड़ रुपये, रेनुकूट स्टेेशन का 28.50 करोड़ रुपये, चोपन स्टेशन का 30.90 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है।

3. पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल - पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गया जंक्शन का 296 करोड़ रुपये, अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन का 13 करोड़ रुपये, सासाराम स्टेशन का 21.3 करोड़ रुपये, भभुआ रोड स्टेशन का 24.3 करोड़ रुपये, कुदरा स्टेशन का 18.8 करोड़ रुपये, दुर्गावती स्टेशन का 18 करोड़ रुपये तथा चंदौली मझवार स्टेशन का 21.7 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।

4. समस्तीपुर मंडल- समस्तीपुर मंडल के दरभंगा स्टेेशन का 340 करोड़ रुपये, सीतामढ़ी स्टेशन का 242 करोड़ रुपये, बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का 205 करोड़ रुपये, सगौली स्टेशन का 23.3 करोड़ रुपये, नरकटियागंज स्टेशन का 29.3 करोड़ रुपये, सहरसा स्टेशन का 41 करोड़ रुपये, समस्तीपुर स्टेशन का 24.1 करोड़ रुपये, सलौना स्टेशन का 22.3 करोड़ रुपये, बनमनखी स्टेशन का 21.5 करोड़ रुपये, मधुबनी स्टेशन का 20 करोड़ रुपये, सकरी स्टेशन का 18.9 करोड़ रुपये तथा जयनगर स्टेशन का 17.5 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।

5. सोनपुर मंडल - सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर स्टेशन का 442 करोड़ रुपये, ढोली स्टेशन का 39 करोड़ रुपये, रामदयालू नगर स्टेशन का 31 करोड़ रुपये, लखमिनिया स्टेशन का 27 करोड़ रुपये, खगडिया स्टेशन का 34 करोड़ रुपये, मानसी स्टेशन का 20.8 करोड़ रुपये, सोनपुर स्टेशन का 23.7 करोड़ रुपये, नौगछिया स्टेशन का 22.7 करोड़ रुपये, हाजीपुर स्टेशन का 21 करोड़ रुपये तथा दलसिंहसराय स्टेशन का 19.6 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।

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