Jamui. जमुई। जमुई में सीओ और कर्मचारी बन कर जमीन के दाखिल-खारिज के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. जमुई शहर की रहने वाली डॉ उमा कुमारी और अधिवक्ता डॉ. सूर्यनंदन सिंह के पिता अधिवक्ता अभिनंदन सिंह से एक लाख 60 हजार रुपये की ठगी की गई है. दाखिल-खारिज के नाम पर महिला चिकित्सक उमा कुमारी से एक लाख 20 हजार रुपया तो अधिवक्ता अभिनंदन सिंह से 40 हजार रुपया ठगी की गई है. मामले में चिकित्सक और अधिवक्ता ने साइबर थाना में आवेदन देकर ठगी की जानकारी दी है। एफआईआर दर्ज करने के बाद हरकत में आई साइबर थाना की पुलिस सीओ कार्यालय के दो कर्मी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. जानकारी के अनुसार सरकारी ऑफिस से जमीन के म्यूटेशन को लेकर सारी जानकारी ठगों तक पहुंचाई जा रही थी। बताया जाता है कि महिला चिकित्सक डा. उमा कुमारी और अधिवक्ता अभिनंदन सिंह ने जमीन का म्यूटेशन करवाने के लिए सीओ कार्यालय में आवेदन दिया था।
उसके बाद दोनों को निर्धारित तारीख और समय पर बुलाया गया था, लेकिन इसकी भनक ठग को लग गई। उसके बाद किसी महिला ने फोन कर खुद को जमुई की सीओ बताया और दिए गए तारीख पर कार्यालय नहीं आने की बात कहते हुए आनलाइन एक लाख 20 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया। यह रकम कई किस्तों में अलग-अलग एकाउंट पर ली गई. मामले की जानकारी देते हुए महिला चिकित्सक डॉ उमा कुमारी ने बताया कि दो अलग-अलग लोगों से 4 साल पहले दो अलग-अलग जगह गीता देवी एवं पुष्पा देवी जमीन की खरीदारी की थी और वहां के कुछ लोगों के आपत्ति की वजह से जमीन का म्यूटेशन नहीं हो सका था. जमुई अंचल ऑफिस में सीओ ललिता देवी से शिकायत करने के बाद 3 सितंबर को दस्तावेज के साथ पहुंचने का निर्देश मिला। डॉक्टर उमा कुमारी ने बताया कि जब हम कार्यालय आने वाले थे, उसी दिन डॉक्टर के फोन पर मोबाइल कॉल आया बोला कि मैं सीओ मैम का पीए राकेश मिश्रा बोल रहा हूं. लीजिए मैडम से बात कीजिए। जब हमने महिला से बात की तो उन्होंने कहा कि जमीन का म्यूटेशन कई सालों से पेंडिंग पड़ा है और तो और प्लॉट जोकी गीता देवी एवं पुष्पा देवी के नाम से है उसमें कुछ गड़बड़ियां हैं।
जिसका सुधार करवाने में कुछ खर्च लगेगा. फिर उसने फीस के नाम पर 10000 और दोनों प्लॉट के रिज्यूम पेपर के नाम पर 9-9 हजार रुपये यानी 18000 रुपए का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवाया. इस तरह से अलग-अलग फंड के रूप में 24,600, 11000 और फिर 15000 रुपया ट्रांसफर करवाया कुल मिलाकर12,0600 की ठगी कर ली, जबकि अधिवक्ता अभिनंदन सिंह को कर्मचारी बन कर फोन किया गया और उन्हें भी दाखिल-खारिज करवाने के लिए दिए गए तारीख पर कार्यालय नहीं आने की बात कही गई और काम होने के एवज में 40 हजार रुपये आनलाइन अलग-अलग एकाउंट पर ट्रांसफर करा लिया गया। कुछ दिन बीतने के बाद जब उन्हें संदेह हुआ तो अंचल कार्यालय के वेबसाइट को खंगाला गया. तब दोनों को पता चला कि उनसे ठगी कर ली गई है. पीड़ित डॉक्टर और डॉ सूर्यनंदन के पिता ने साइबर थाना में आवेदन दिया. वहीं पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है. जमुई साइबर थाना के पुलिस की शुरुआती जांच में सीईओ ऑफिस के दो प्राइवेट कर्मियों की सांठ-गांठ होने के सुराग मिलने पर दोनों कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है, जिससे की सघन पूछताछ जारी है. साइबर थाना प्रशिक्षु डीएसपी राजन कुमार ने इस घटना की पुष्टि की है।