ICDS अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित किया गया गोदभराई कार्यक्रम
Lakhisarai लखीसराय। हलसी परियोजना अंर्तगत केंद्र संख्या 55 पर गोदभराई कार्यक्रम आयोजित किया गया। पोषक क्षेत्र के लाभार्थी प्रीति कुमारी का गोदभराई रस्म मनाया गया। ग्रामीण महिला के द्वारा सोहर गाकर कार्यक्रम का शुरुआत किया गया।जिला समन्वयक एनएनएम मधुमाला कुमारी के द्वारा बताया गया कि गर्भावस्था के दौरान नियमित चेकअप, पौष्टिक आहार और आराम करने का सलाह दिया गया। खून की कमी न हो इसके लिए आयरन की गोली का सेवन भी करने का सलाह दिया गया। डिलीवरी के पूर्व सारी तैयारी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। बच्चे कुपोषण का शिकार न हो इसके लिए भी आवश्यक सलाह दिया गया। जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि जच्चा और बच्चा स्वस्थ व सुरक्षित हो इसके लिए गोदभराई रस्म मनाया जाता है ।
बेटी और बेटा में कोई फर्क नहीं समझना है। आज तकनीक का सहारा लेकर लिंग परीक्षण कर भ्रूण हत्या किया जा रहा है। जिसमें महिलाओं की भी सहभागिता होती है। जो समाज के लिए कलंक है,जिसे हम सबको मिलकर दूर करना है। बेटी अभिशाप नहीं वरदान है। बेटी अबला नहीं सबला है। इसलिए जितना बेटा को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहते हैं उतना ही बेटी को भी आगे बढ़ाने में सहयोग करें। जन्म के प्रथम 1000 दिन बच्चों के लिए समर्पित करें, जिससे बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होगा।80% मानसिक विकास जन्म के 2 वर्ष तक हो जाता है। इसलिए बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए जागरुक होना आवश्यक है। प्रखण्ड समन्वयक कन्हैया कुमार ने बताया कि पोषण माह में तय गतिविधि के अनुरूप गतिविधियां की जा रही है जिसे सेविका के माध्यम से प्रतिदिन प्रति केंद्र 5 गतिविधियां पोषण ट्रैकर में अपलोड कर रही है। पोषण ट्रैकर में किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या के लिए शिकायत दर्ज कर जिसे दूर किया जाएगा।मौके पर लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार सेविका भविता कुमारी, सहायिका श्यामा देवी,आशा कार्यकर्ता सहित कई ग्रामीण महिला मौजूद थे।