Muzaffarpur: नगर पुलिस हत्या मामले में चश्मदीद गवाहों को कोर्ट में पेश करेगी

नगर थाने की पुलिस कोर्ट में अगली तारीख पर घटनास्थल के चश्मदीद गवाहों को हाजिर करेगी

Update: 2024-11-19 08:37 GMT

मुजफ्फरपुर: पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके कार चालक रोहित कुमार की हत्या में अब नगर थाने की पुलिस को गवाहों को कोर्ट में प्रस्तुत कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है. नगर थाने की पुलिस कोर्ट में अगली तारीख पर घटनास्थल के चश्मदीद गवाहों को हाजिर करेगी.

एक महिला और एक युवक की पुलिस ने चश्मदीद के तौर पर केस डायरी में गवाही दर्ज की थी. कोर्ट में गवाही पर सुनवाई के लिए 21 की अगली तिथि तय है. इस कांड में बीते एक साल से कुख्यात गोविंद समेत अन्य आरोपितों पर ट्रायल चल रहा है. गवाही के बिंदू पर सुनवाई चल रही है. कोर्ट के नोटिस पर एक मात्र गवाह अब तक प्रस्तुत हो सका है. उसे भी पक्षद्रोही घोषित किया जा चुका है. अब गवाहों को समय पर प्रस्तुत करने के लिए नगर थाने की पुलिस को कमान सौंपी गई है. एसएसपी की ओर से नगर थानेदार को निर्देश जारी किया गया है.

पूर्व मेयर समीर कुमार व उसके कार चालक की हत्या शहर में प्रॉपर्टी डीलिंग के विवाद में 23 सितंबर 2018 को चंदवारा नवाब रोड में हुई थी. समीर कुमार अपनी कार से मिठनपुरा नंद बिहार कॉलोनी स्थित घर जा रहे थे. इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें सामने घेरकर रोक लिया. फिर एके-47 से गोलियों की बौछार कर दी. 17 से अधिक गोलियां समीर कुमार और उनके कार चालक को लगी थी. कार में गोलियों के 21 छेद थे.

बाइक सवार दोनों बदमाशों की पहचान पुलिस ने कुख्यात शूटर गोविंद और सुजीत के रूप में की थी. पुलिस छानबीन में पता चला कि कल्याणी मछली मंडी और पटियासा में करीब 20 बीघा जमीन के प्लॉटिंग के विवाद में समीर कुमार की हत्या की गई. इसके आधार पर पुलिस ने हत्या और षडयंत्र रचने में गोविंद और सुजीत के अलावा श्यामनंदन मिश्रा, सुशील कुमार छापड़िया, मृत्युंजय कुमार उर्फ पिंटू सिंह, नवीन कुमार व कुमार रणंजय ओंकार पर चार्जशीट दाखिल की थी. बाद के दिनों में इस कांड में आशुतोष शाही, शंभू सिंह, मंटू शर्मा, राजू कुमार पर चार्जशीट दाखिल की गई. मामले में आरोपितों ने जमानत ले ली है.

पूर्व सैनिक की मौत पर दी श्रद्धांजलि: सरैया नारायणपुर के पूर्व सैनिक हवलदार नवीन कुमार (66 साल) की देर रात मौत हो गई. वह दो माह पूर्व सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र और दो बेटियां है. पूर्व सैनिक सेवा परिषद के संयोजक वायू सैनिक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे. कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने उनके पैतृक गांव जाकर उनके पार्थिक शरीर पर तिरंगा अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

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