शहर के 15 वार्डों में सौ से ज्यादा गली-नाली कच्ची

गलियों में नाले का पानी बहता रहता है.

Update: 2024-03-14 05:22 GMT

मधुबनी: शहर के विस्तारित क्षेत्र में गली-नाली योजना की स्थिति काफी खराब है. निगम के 15 वार्डो में इस योजना के लिए लगभग तीन सालों में कोई कार्य नहीं हुआ है. निगम में अपग्रेड होने के बाद से इस क्षेत्र में पंचायतस्तर पर होने वाले कार्य बंद हो गये. लेकिन निगम क्षेत्र में लाभ नहीं शुरू हो सका. यहां की गलियों में नाले का पानी बहता रहता है.

नये मोहल्ला के विकास तो इन क्षेत्रों में हुआ, लेकिन गली व नाली का निर्माण नहीं होने से बरसात में परेशानी होती है. संतुनगर, रांटी, सप्ता, भच्छी, चकदह, लहेरियागंज, मंगरौनी, जगतपुर, कंजर बस्ती, माड़र, बसुआरा, टून्नी मिश्रटोल, भौआड़ा, रामपट्टी, कैटोला व अन्य क्षेत्रों में 100 से अधिक कच्ची गली व नाली रहने के कारण 20 हजार की आबादी प्रभावित होती है. निगम में सशक्त स्थायी समिति व बोर्ड की बैठक में इन गलियों व नाली के निर्माण का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है.

वार्ड नौ में संतुनगर, टून्नीमिश्र, जगतपुर व अन्य मोहल्ले में गली व नली कच्ची स्थिति में रहने के कारण लोगों को काफी परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है. यहां की पार्षद उषा देवी ने इसकी कई बार निगम से शिकायत की है. इसके बाद नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने इन क्षेत्रों का निरीक्षण किया. उन्होंने संतुनगर में नली नहीं रहने के कारण सड़क पर हुए जलजमाव को देखा. इसके साथ वे लाखोभिंडा, लहेरियागंज व अन्य स्थानों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि टैक्स कलेक्टर इन क्षेत्रों का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट दिया है. जिसका सत्यापन व मिलान वार्ड पार्षदों के द्वारा किया जा रहा है. शीघ्र ही पूरी योजना का प्रतिवेदन विभाग को भेजा जायेगा. ताकि उसके लिए राशि का आवंटन प्राप्त किया जा सके. वहीं अन्य योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर आंतरिक संसाधन से पूरा करने की पहल शुरू हुई है.

क्या कहते हैं अधिकारी

नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि विस्तारित क्षेत्र में गली नली योजना शुरू हो गयी है. प्राथमिकता के आधार पर इन योजनाओं का निर्माण किया जाएगा.

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