बदमाशों ने 18 धुर जमीन के लिए ले ली आशुतोष की जान

आशुतोष की हत्या से परिजनों में मचा कोहराम

Update: 2023-08-17 09:17 GMT

बेगूसराय: एफसीआई ओपी क्षेत्र के रॉयल होटल पैलेस के पास की रात बेखौफ बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर 45 वर्षीय आशुतोष कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी. उन्हें सात गोलियां मारी गयी है. मृतक बलिया थाना के सदानंदपुर गांव निवासी स्व. डॉ. सच्चिदानंद सिंह का पुत्र था. मृतक आशुतोष कुमार के साथ रहने वाले निलेश सिंह ने बताया कि आशुतोष एक माह से शहर के एक होटल में रह रहा था.

बीहट के राकेश गौतम ने फोन कर पैसे देने लिए बुलाया था. बलिया में एनएच- 31 किनारे 18 धुर जमीन उनकी चचेरी बहन ने लिख दी थी. उसी जमीन को रिटर्न करने के लिए 11 लाख रुपये में सौदा हुआ था. उसमें आशुतोष आरोपित अमृत सिंह को नौ लाख दे चुका था. अमृत सिंह के घर पहुंचने के बाद जमीन रिटर्न करने के बदले दो लाख रुपये ले लिया व ताबड़तोड़ गोली मार दी. शव को लेकर बदमाश वाहन से लेकर भाग रहा था कि तेघड़ा थाने की गश्ती दल ने फुलबड़िया व तेघड़ा थाना क्षेत्र के मध्य राजा चिमनी के समीप एनएच-28 के किनारे से शव फेंकने के दौरान दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि अन्य अपराधी स्कॉर्पियो लेकर भागने में सफल हो गए. परिजनों ने बताया कि 18 धूर जमीन के लिए 11 लाख की रकम पूरा होते ही आरोपियों ने गोली मारकर आशुतोष की हत्या कर दी. मृतक के शरीर पर कई जख्म के निशान पाए गए हैं. परिजनों ने बताया कि लगभग सात गोलियां बदमाशों ने उनके शरीर में मारी है. उन्होंने बताया कि चचेरी बहन के नाम से सदानंदपुर गांव स्थित विश्वकर्मा मंदिर के निकट एनएच-31 किनारे जमीन है. इसके लिए पूर्व में ही आशुतोष ने नौ लाख रुपए दिए थे. शेष दो लाख बकाए की मांग को लेकर की शाम आरोपियों ने बुलाया था. फिलहाल थाने की पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया. साथ गिरफ्तार आरोपियों से कड़ी पूछताछ में जुट गई है.

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि शव के साथ रतनपुर ओपी के वार्ड-17 निवासी चंद्रेशेखर सिंह उर्फ चन्नु सिंह के पुत्र के राकेश गौतम उर्फ राजेश और मुफस्सिल थाना के विष्णुपुर चतुर्भुज वार्ड-17 निवासी अनिल सिंह के पुत्र के लक्ष्मण कुमार उर्फ गौतम को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.

आशुतोष की हत्या से परिजनों में मचा कोहराम

सदानंदपुर निवासी 35 वर्षीय आशुतोष कुमार की अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर देने से जहां परिजनों में कोहराम मच चुका है. वहीं इस हत्या से गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा है. परिजनों ने बताया कि विगत दो अगस्त को ही आशुतोष ने बलिया थाना में बदमाशों द्वारा 30 लाख रुपए रंगदारी की मांग करने एवं 10 हजार रुपए की छिनतई करने की प्राथमिक दर्ज कराई थी. इस मामले में दो लोगों को आरोपी भी बनाया गया था. लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. यह भी बताया कि आशुतोष तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. जबकि दो भाई सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर दुबई व पुणे में कार्यरत हैं. आशुतोष अपने परिवार के साथ पटना में ही रहता था. प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े रहने के कारण उसका बराबर बेगूसराय आना-जाना भी लगा रहता था. बेगूसराय में भी ठहरने के लिए भाड़ा पर एक कमरा ले रखा था. घटना के बाद उसकी पत्नी भी पटना से बेगूसराय पहुंच चुकी है. उसका रो-रोकर बुरा हाल है.

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