सरधना: सीएचसी में हालात फिर से खराब होने लगे हैं। चिकित्सक और स्टाफ मनमानी पर उतरा हुआ है। इमरजेंसी से चिकित्सक गायब है तो अस्पताल से दवाई। शनिवार को डॉक्टरी के लिए पहुंचा युवक करीब तीन घंटे तक अस्पताल में ही तड़पता रहा। मगर कोई चिकित्सक उपचार करने नहीं पहुंचा। उलटा फार्मासिस्ट कानून का पाठ पढ़ाने लग गया।
जख्म पर टांके लगाने के लिए पुलिसकर्मी को सुंई-धागा लाने को बोल दिया। इस बात से नाराज भाकियू अराजनैतिक के लोगों ने अस्पताल पहुंच कर हंगामा कर दिया और तालाबंदी कर दी। मामला डीएम और सीएमओ तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया। करीब तीन घंटे बाद चिकित्सक अस्पताल पहुंचा और युवक का इलाज किया। सीएमओ के आग्रह पर भाकियू के लोग वापस लौटे। सीएमओ ने मंगलवार को अस्पताल पहुंच कर वार्ता करने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, शनिवार को छुर गांव निवासी नितिन पुत्र कृष्णपाल पर कुछ युवकों ने कालंद चुंगी पर हमला कर दिया था। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस उपचार के लिए उसे सीएचसी लेकर पहुंची। मगर अस्पताल में कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। घायल युवक उपचार के इंतजार में तड़पता रहा। करीब आधे घंटे बाद फार्मासिस्ट पहुंचा और कानून पढ़ाना शुरू कर दिया।
बात यहां नहीं रुकी, उसने पुलिसकर्मी से ही टांके लगाने के लिए सुंई-धागा लगाने को बोल दिया। वहीं, इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने आने से इंकार कर दिया। सूचना मिलते ही भााकियू अराजनैतिक के पदाधिकारी मनोज त्यागी, निक्की तालियान आदि मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विरोध जताते हुए इमरजेंसी वार्ड बंद कर दिया। मामले की सूचना डीएम और सीएमओ को दी। अधिकारियों ने संज्ञान लिया तो एक के बाद एक स्टाफ अस्पताल पहुंचना शुरू हो गया।
करीब तीन घंटे बाद घायल को उपचार मिल सका। सीएमओ ने भाकियू पदाधिकारियों को मंगलवार में अस्पताल पहुंच कर वार्ता करने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह वापस लौटे। सीएचसी प्रभारी डा. संदीप गौतम का कहना है कि चिकित्सक को बुखार होने के कारण वह अस्प्ताल नहीं पहुंचा।
सीएचसी से फार्मासिस्ट का नहीं छूट रहा मोह
सरधना सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट अशोक कुमार का अस्पताल से मोह नहीं छूट रहा है। नियमानुसार तीन साल में फार्मासिस्ट का पटल परिवर्तन हो जाता है। मगर अशोक को तीन साल से अधिक समय हो चुका है। दो बार उसका तबादला भी हो चुका है। मगर सेटिंग से ट्रांसफर रुकवा लेता है। वर्तमान में करीब 12 दिन पूर्व फार्मासिस्ट के तबादले के आदेश अए गए थे। मगर अभी तक फार्मासिस्ट यहां जमा हुआ है।