बिहार: कल यानि 21 अगस्त 2023 को जेपी गंगा पथ पर सीएम नीतीश कुमार के काफिले को निकलने के लिए पुलिस द्वारा एम्बुलेंस रोके जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अब इस मामले को लेकर पटना के यातायात एसपी पूरण झा ने कहा है कि पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को पहले से ही ये निर्देश दिए गए थे कि किसी आपातकालीन सेवा से जुड़े वाहनों और एंबुलेंस को किसी भी हाल में नहीं रोका जाए. लेकिन वीडियो सामने आया है जिसमें एक पुलिसकर्मी द्वारा एंबुलेंस को रोका गया है. मामले की जांच की जा रही है. साथ ही इस तरह का मामला दोबारा सामने ना आए इसके लिए सभी को निर्देश दिया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को सीएम नीतीश कुमार पटना में निर्माणाधीन गंगा पथ का निरीक्षण करने गए थे और दौरान उनका काफिला जबतक नहीं गुजर गया तबतक एंबुलेंस को पुलिस के द्वारा रोककर रखा गया. पूरे मामले की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रकहा है. CM के साथ काफिले में बिहार के डिप्टी सीएस सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल थे. वाबजूद इसके मरीज के एम्बुलेंस को रोककर काफिला निकलवाने को पटना पुलिस द्वारा तवज्जो दिया गया. अब लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी कई बार अपनी टिप्पणी में कहा है कि एम्बुलेंस का रास्ता नहीं रोका जाना चाहिए. लेकिन बिहार पुलिस शायद सुप्रीम कोर्ट को भी कुछ नहीं समझती. वह तो सिर्फ अपने 'सरकार' को ही खुश करना चाहती है. जनता मरे या जिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.