योग से बढ़ती उम्र में भी जवां दिख सकती हैं आप, रोजाना सिर्फ 10 मिनट करें
आप, रोजाना सिर्फ 10 मिनट करें
हम सभी छोटे पौधों की तरह हैं जिन्हें मजबूत, बड़े पेड़ बनने के लिए अच्छी मिट्टी, धूप और पर्यावरण की जरूरत होती है। योग शरीर और दिमाग के लिए सही पोषक तत्व और ईंधन प्रदान करता है। साथ ही योग अपने प्राचीन और पारंपरिक ज्ञान के कारण बहुत कम उम्र से ही बच्चे को ढालने का एक शक्तिशाली साधन है।
आप योग के माध्यम से मन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। योगासन, प्राणायाम, जप और मेडिटेशन जैसे कई अभ्यासों के माध्यम से, योग एक समग्र साधन है जो शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है।
इसलिए अपनी दैनिक जीवनशैली में योग को आत्मसात करके बेहतर स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, आंतरिक शांति और तनाव मुक्त जीवन का विकास करें। योग वास्तव में इस यांत्रिक दुनिया की किसी भी अन्य चीज की तुलना में स्वास्थ्य और खुशी के लिए एक मजबूत कवच है। योग जीवन की गुणवत्ता में कैसे सुधार कर सकता है। इस बारे में हमें योग मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच हिमालयन सिद्ध अक्षर जी से विस्तार से बता रहे हैं।
एक्सपर्ट की राय
उम्र बढ़ने के साथ यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि प्रतिदिन अपने रुटीन में कुछ योगासन और मुद्राओं को शामिल किया जाए। इससे आपकी तंदुरूस्ती में काफी अंतर आ सकता है। इसलिए, दैनिक आधार पर योग का अभ्यास करने में कुछ मिनट लगाना बुद्धिमानी है।
नियमित योग शरीर की अच्छी शेप, जोश, हेल्दी मन और शांत आत्मा को बनाए रखने में मदद करता है। यह तनाव को दूर करने में मदद करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। योग शक्तिशाली है और इसका अभ्यास कोई भी, कहीं भी कर सकता है और 7 से 8 घंटे की लंबी नींद के बाद सुबह के समय किया जाना बेहद फायदेमंद है।
इस समय आपका दिमाग पूरी तरह से तनावमुक्त होता है और योग पर सकारात्मक और अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करता है। अनगिनत योगासन के अद्भुत लाभअनेक हैं और वैज्ञानिक रूप से प्रदर्शित भी किए जा चुके हैं। उनमें से बेस्ट को चुनना एक वास्तविक चुनौती है जिसका हर सुबह अभ्यास किया जा सकता है।
बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग तकनीक
योगासन
योग के गतिशील अभ्यास के कई भौतिक लाभ हैं। सांस पर ध्यान देते हुए योगासन या आसन किए जाते हैं। यह इम्यूनिटी में सुधार करता है, फोकस को तेज करता है और शरीर को मजबूत और फैलाता है।
सेंट्रर नर्वस सिस्टम, एंडोक्राइन सिस्टम, सर्कुलेटरी सिस्टम, रेस्पिरेटरी सिस्टम, कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम और डाइजेस्टिव सिस्टम सभी आसनों से प्रभावित होते हैं। इस प्रकार योग का समग्र शारीरिक विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
सूर्य नमस्कार, चंद्र नमस्कार, वायु नमस्कार, जल नमस्कार और पृथ्वी नमस्कार प्रवाह का इष्टतम शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अभ्यास किया जा सकता है।
प्राणायाम
प्राणायाम के रूप में जानी जाने वाली श्वास तकनीक आपके शरीर के चैनलों को स्पष्ट रहने में मदद करती है। प्राणायाम के मन और शरीर के लिए व्यापक फायदे हैं, जैसे मानसिक स्पष्टता, शांति, फेफड़ों की क्षमता में वृद्धि, सहनशक्ति, आदि।
प्रभावी और शक्तिशाली तकनीकों में भस्त्रिका, अनुलोम विलोम, कपालभाति, मूर्चा प्राणायाम और अन्य शामिल हैं।
मेडिटेशन
चिंता, तनाव और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान लोगों को मेडिटेशन का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है। मेडिटेशन का कार्य आंतरिक शांति, मानसिक स्पष्टता, निर्णय लेने में सुधार, अंतर्ज्ञान को तेज करता है और कई अन्य लाभ पैदा करना शामिल है।
मुद्रा
मुद्रा के रूप में जानी जाने वाली हाथ की गति ब्रह्मांड के प्राथमिक तत्वों से जुड़ी हुई है। पृथ्वी, अग्नि, वायु, जल और अंतरिक्ष, जिन्हें कभी-कभी ईथर के रूप में जाना जाता है, सभी पांच अंगुलियों द्वारा दर्शाए जाते हैं।
मुद्राएं आपके पूरे शरीर में एनर्जी चैनल खोलने और चिकित्सा में सुधार करने के साथ-साथ आपकी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक क्षमताओं के लिए जानी जाती हैं।
मेडिटेशन के लाभों को स्पीड देने के लिए, मुद्रा को अन्य तरीकों के साथ मिलाकर नियोजित किया जा सकता है। अन्य कई प्रकार की मुद्राएं हैं, जैसे ध्यान मुद्रा, ज्ञान मुद्रा, योनि मुद्रा और पृथ्वी मुद्रा।
आप भी इन योग की मदद से बढ़ती उम्र में भी खुद को फिट और जवां बनाए रख सकती है। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।