पुरुषों की तुलना में महिलाओं की जान को है सडन कार्डियक अरेस्ट से ज्यादा खतरा
पुरुषों की तुलना में महिलाओं को रात के समय कार्डियक अरेस्ट का खतरा अधिक रहता है।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | पुरुषों की तुलना में अधिक खतरा पुरुषों की तुलना में अधिक खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को रात के समय कार्डियक अरेस्ट का खतरा अधिक रहता है। इस बात की पुष्टि journal Heart Rhythm में छपी एक शोध से होती है। इस शोध से पता चला है कि रात में सोते वक्त कार्डियक अरेस्ट की वजह से महिलाओं की मौत होने की संभावना अधिक है। इससे पहले कई अन्य शोध में भी दावा किया गया था कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कार्डियक अरेस्ट का खतरा अधिक है। हाल में European Heart Journal में छपी एक शोध में दावा किया गया था कि Covid-19 संक्रमित मरीजों में महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने से अधिक मौत हुई है। वहीं, journal Heart Rhythm में छपी शोध से अन्य दावों को बल मिला है।
सडन कार्डियक अरेस्ट क्या है-
सडन कार्डियक अरेस्ट वह स्थिति है, जिसमें दिल धड़कना बंद कर देता और रक्तचाप कम होने लगता है। साथ ही विद्युत तरंगों में खराबी अथवा गड़बड़ी आ जाती है। इसके चलते ह्रदय से रक्त पंप नहीं होता है। इससे मरीज को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है। अक्सर ऐसी स्थिति में मरीज बेहोश हो जाता है और समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो मरीज की मौत हो जाती है।