महिलाओं में क्यों नहीं होता गंजापन, पुरुषों में ही क्यों?

दुनिया में बहुत सारे लोग गंजेपन की समस्या से जूझ रहे हैं

Update: 2021-09-25 13:42 GMT

Baldness Causes: दुनिया में बहुत सारे लोग गंजेपन की समस्या से जूझ रहे हैं. गंजापन (Baldness) यानी सिर से बाल गायब हो जाना. गंजेपन के उपाय के तौर पर विग से लेकर बाल प्रत्यारोपण (Hair Transplant) तक एक बड़ा कारोबार भी फैला हुआ है. आपने अपने आस-पास ऐसे लोगों को जरूर देखा होगा.


आपने गौर किया होगा कि गंजेपन का शिकार अक्सर पुरुष ही होते हैं. आपने गंजे पुरुषों को तो देखा होगा, लेकिन कभी ऐसी महिलाओं को नहीं देखा होगा! गंजे पुरुषों को कुछ लोग हेय दृष्टि से भी देखते हैं. लेकिन यह समझना जरूरी है कि गंजेपन के ऐसे विश्लेषण की बजाय इसे वैज्ञानिक तौर पर समझने की जरूरत है.

महिलाओं के भी बाल झड़ते हैं ले​किन…
बाल झड़ने के पीछे कई तरह के कारण बताए जाते हैं. इसमें तनाव, पोषण की कमी और हार्मोनल समस्या बड़ी वजहें हैं. इन कारणों से या फिर उम्र के असर के साथ महिलाओं के भी बाल झड़ते हैं. बाल झड़ने से उनके सिर पर कम बाल बचते हैं. फिर भी ऐसा न के बराबर ही होता है कि महिलाएं गंजी (Bald) हो जाएं. वहीं पुरुषों के मामले में उम्र के साथ उनके सिर पर चांद दिखना शुरू हो जाता है यानी कि वे गंजे होने लगते हैं.

मुख्य कारण हार्मोनल बदलाव
साइंस के मुताबिक, सिर पर या शरीर पर बालों का उगने के पीछे भी हार्मोनल कारण होते हैं और बाल झड़ने के पीछे भी यही वजह होती है. एक मीडिया रिपोर्ट में गंजेपन को लेकर हुई एक रिसर्च के हवाले से बताया गया था कि इसके लिए एक यौन हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन बड़ी वजह बनते हैं. नॉर्वे की बर्गेन यूनिवर्सिटी के जीवविज्ञानी ​शोधकर्ता पेर जैकबसन के मुताबिक, टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों में स्रावित होने वाले एंड्रोजन समूह का स्टेरॉयड हार्मोन है. पुरुषों में बालों का झड़ना इन्हीं हार्मोन्स के कारण होता है.

गंजापन के आनुवांशिक कारण
एक बात आपने शायद नोटिस की होगी कि गंजेपन की समस्या एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चली आती है. यानी पिता के साथ गंजेपन की समस्या तो बेटे को भी इसकी समस्या हो सकती है. यानी यह एक जेनेटिक यानी आनुवांशिक समस्या भी है.

दरअसल, मानव शरीर में कुछ एंजाइम ऐसे होते हैं जो टेस्टोस्टेरॉन को डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरॉन में बदल देते हैं, जो बालों को कमजोर और पतला करने का कारण होता है. आमतौर पर हार्मोंस में इस तरह के बदलाव करने वाले एंजाइम जींस में मिले होते हैं. इस वजह से यह ज्यादातर आनुवांशिक होता है.

महिलाओं में क्यों नहीं होता गंजापन?
पुरुषों की तुलना में देखा जाए तो महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन का स्राव नहीं के बराबर होता है. उनमें टेस्टोस्टेरॉन का स्नाव होता भी है तो उसके साथ एस्ट्रोजन नाम के हार्मोन का भी स्राव होता है. ऐसा होने के कारण महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन के डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन बदलने की प्रक्रिया भी न के बराबर होती है.

मूलतः डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरॉन का न बनना या नहीं के बराबर बनना ही वह कारण है कि महिलाओं में गंजेपन की समस्या नहीं होती. कई बार गर्भावस्था या मेनोपॉज के दौरान डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरॉन बनने की प्रक्रिया तेज हो सकती है और ऐसे में उनमें भी बाल झड़ने की समस्या होती है. हालांकि ऐसी संभावना बहुत कम ही बनती है.
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