Lifetyle.लाइफस्टाइल: नट्स को भिगोकर खाने से सेहत को कई फायदे होते हैं. कई लोग मानते हैं कि नट्स को भिगोने से उनके पोषक तत्व बढ़ जाते हैं और वे आसानी से पच जाते हैं.
क्यों नट्स को भिगोया जाता है?
नट्स में फाइटिक एसिड पाया जाता है. यह एक एंटी-न्यूट्रिएंट है जो शरीर द्वारा मिनरल्स जैसे कैल्शियम, जिंक और आयरन के अब्सॉर्प्शन में
रुकावट डाल सकता है. कुछ लोगों का मानना है कि भिगोने से यह फाइटिक एसिड कम हो जाता है जिससे पोषक तत्वों का अब्सॉर्प्शन बेहतर होता है.
भिगोने से नट्स में मौजूद कुछ एंजाइम एक्टिव हो जाते हैं, जिससे पाचन में आसानी होती है.
भिगोने से नट्स का स्वाद थोड़ा मीठा हो जाता है और उनकी बनावट नरम हो जाती है.
क्या भिगोने से न्यूट्रिएंट्स बढ़ जाते हैं?
भिगोने से कुछ पोषक तत्वों का अब्सॉर्प्शन जरूर बेहतर हो सकता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के नट्स को कितने समय के लिए भिगो रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो भिगोने से कुछ विटामिन और मिनरल्स की मात्रा में हल्की कमी आ सकती है.
इन बातों का रखें ख्याल
नट्स को ज्यादा समय तक भिगोने से कुछ पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं.
गर्म पानी में भिगोने से पोषक तत्वों की मात्रा कम हो सकती है.
सभी नट्स को भिगोने की जरूरत नहीं होती है. कुछ नट्स जैसे बादाम और काजू को भिगोने से ज्यादा फायदा होता है.
भिगोने के अन्य फायदे
भिगोने से नट्स आसानी से पच जाते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज कम हो सकती हैं.
नट्स भिगोने से इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा बढ़ जाती है.
इसका स्वाद बेहतर हो जाता है.
भिगोने का तरीका
नट्स को अच्छी तरह धो लें.
नट्स को पर्याप्त मात्रा में पानी में भिगो दें. आप चाहें तो नट्स को 8-12 घंटे तक भिगोएं.
भिगोए हुए नट्स को अच्छी तरह सुखा लें.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी को प्रदान करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.