अमेरिका में रहने वाले भारतीयों में क्यों बढ़ रही है मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, जानिए इसके पीछे की तीन अहम वजहें
अपने देश को छोड़कर किसी और देश में बसना काफी मुश्किल होता है। अमेरिका में बसे भारतीयों को एक सर्वे के मुताबिक कई बार मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में जानने की कोशिश करेंगे। आइए जानते हैं अपना देश छोड़कर किसी अन्य देश में बसे प्रवासियों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।नए अवसरों को खोजकर खुद को पहले से बेहतर बनाने और जीवन में तरक्की करने की भावना होना स्वाभिवक है और यह हर व्यक्ति के भीतर होती है। इसके लिए कई बार हम अपना देश छोड़कर विदेश भी जाते हैं। इसके पीछे की भावना यह होती है कि हम जीवन में कुछ और बेहतर कर सकें। हालांकि, अपने घर छोड़कर विदेश जाना आसान नहीं होता। हम यहां कागजाद और नियम-कानूनों की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम भावनात्मक चुनौतियों की बात कर रहे हैं।किसी भी नए देश में बसने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वहां का रहन-सहन, संस्कृति, बोल-चाल का तरीका, पहनावा-ओढ़ावा, ये सब हमारे देश से बिल्कुल अलग होता है। ऐसे में इन सभी चीजों के बारे में जल्द से जल्द समझकर खुद को उस हिसाब से ढालना और अकेले रहते हुए घर की याद आना, बहुत बड़ी चुनौकियां। ऐसे में अगर वहां के लोगों में अपनेपन की भावना देखने को न मिले, तो यह और चुनौतिपूर्ण हो जाता है।एशियन अमेरिकल फाउंडेशन के एक सर्वे में यह पता लगा है कि अमेरिकियों में भारतीयों के खिलाफ नफरत की भावना बढ़ रही है। इस सर्वे में शामिल हुए 61 प्रतिशत लोगों ने बताया कि पिछले एक साल में उन्हें दुर्व्यवहार और अपमान का सामना करना पड़ा। साथ ही, सर्वे के 32 प्रतिशत दक्षिण एशियाई लोगों के प्रति अमेरिकी लोगों में अपनापन कम हो रहा है।ये सभी कारण किसी भी व्यक्ति की मेंटल हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकती हैं और अनचाहा दबाव भी बढ़ने लगता है। इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे कारणों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे, जिनकी वजह से विदेश में खासकर अमेरिका में बसे भारतीयों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।अमेरीका में बसे भारतीयों के मन में एक डर यह होता है कि वे अपनी पहचान खो देंगे। ऐसा होने के पीछे एक कारण यह है कि विदेश में लोगों में हमेशा बेहतर बनने की होड़ लगी रहती है। हालांकि, इसके कारण वे नई बातें आजमाने और खुलकर बात नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से अपने मन की बात को खुलकर बयां नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से उन्हें अपनी पहचान पर खतरा महसूस होने लगता है।दूसरा कारण यह होता है कि अमेरीका में लोगों पर खूब मेहनत करने और वहां की संस्कृति को समझने का दबाव बना रहता है। इसके कारण अनचाहा मानसिक दबाव बनने लगता है। इतना ही नहीं, वहां प्रवासियों द्वारा झेली जाने वाली चुनौतियों को भी कम करके आंका जाता है। यह भी मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है।तीसरा कारण वहां रहते समय अकेलापन महसूस करना है। दरअसल, अमेरीका में अपने दादा-दादी और मम्मी-पापा के साथ ताउम्र रहने का चलन नहीं है। वहां लोग अकेले रहते हैं। ऐसे में अपने घर से दूर प्रवासियों के लिए और अधिक कष्टदायक हो सकता है, क्योंकि अपने देश में उन्हें अपने परिवार के साथ रहने की आदत होती है। इस वजह से भी मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।