लिपस्टिक
स्टिक या लिक्विड फ़ॉर्म में मिलनेवाली लिपस्टिक हर लड़की के मेकअप बॉक्स का एक अहम हिस्सा होती है. लिपस्टिक होंठों को मोहक शेड से सजाने के अलावा हानिकारक यूवी रेज़ से उन्हें सुरक्षित भी रखती है. निलेश्वरी बसक, संस्थापक वर्ल्डवाइड इंस्टिट्यूट ऑफ़ ग्रूमिंग ऐंड पेजेंट्स के मुताबिक़,“आपके होंठों में मेलानिन नहीं होता, इसलिए उन्हें धूप में एक्स्ट्रा केयर की ज़रूरत होती हैं. सन प्रोटेक्शन वाले लिप बाम के अलावा लिपस्टिक्स ही हैं, जो होंठों को धूप से बचाए रखते हैं.” लिपस्टिक कई टाइप की होती हैं-मॉइस्चराइज़िंग से लेकर मैट, ग्लॉसी और लॉन्ग लास्टिंग. जहां लिपस्टिक लगाना एक कला मानी जाती है, वहीं लिप टिंट आसानी से होंठों पर फैलाए जा सकते हैं. लिपस्टिक में लेड जैसे हानिकारक इन्ग्रीडिएंट्स होते हैं, जो आपके शरीर को नुक़सान पहुंचा सकते हैं. लिपस्टिक में आपको शेड्स के कई विकल्प मिलते हैं.
लिप टिंट
लिप टिंट आमतौर पर एक चिपचिपे जेल की तरह होता है. लिप टिंट से आपके होंठ लंबे समय तक शाइन करते हैं और यह बहुत हद तक आपके होंठों पर नैचुरल लगता है. वैसे लिप टिंट वॉटरी, मार्कर और जेल जैसे कई ऑप्शन्स में आते हैं. लिप टिंट में कई बार होंठों को कंडिशन करने और होंठों को महकाने के इन्ग्रीडिएंट्स भी होते हैं. यह आमतौर पर होंठों को स्टेन देता है, जो कि पूरे दिन बना रहता है. लेकिन कई दफ़ा ये स्टेन आपके होंठों को ड्राय बना सकते हैं. लिप टिंट को आप आइ लिड पर आइशैडो की तरह और गालों पर ब्लश की तरह लगा सकती हैं. ज़्यादातर लिप टिंट्स में अल्कोहल होता है, जिससे होंठों पर लगाने के कुछ ही सेकेंड्स में वे सेट हो जाते हैं. लिप टिंट में लिपस्टिक के मुक़ाबले शेड्स के विकल्प कम होते हैं.
अंतिम निर्णयः बात करें यदि क़ीमत की, तो दोनों की क़ीमत लगभग एक समान ही है. लिपस्टिक को रीटच करना पड़ता है. यह खाने-पीने पर निकल जाती है. वहीं लिप टिंट लंबे समय तक टिका रहता है. जहां लिपस्टिक्स को रीटचिंग की ज़रूरत होती है, तो हो सकता है कि वे जल्दी ख़त्म हों. लिप टिंट को सुबह लगाने पर शाम तक वे आपके होंठों पर बना रहेगा. वहीं लिप टिंट होंठों को ड्राय कर सकता है, तो लिपस्टिक्स में मौजूद ऑयल्स होंठों को मॉइस्चराइज़्ड और सुरक्षित रखते हैं. अब आप अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ इनके बीच चुनाव कर सकती हैं. वैसे दोनों को ही अपनी वैनिटी बॉक्स का हिस्सा बनाने में हर्ज ही क्या है.