अंगों के फड़कने से क्या होता है

Update: 2024-02-24 10:05 GMT
ज्योतिष शास्त्र और समुद्र शास्त्र में अंगों के फड़कने को शुभ और अशुभ परिणामों का संकेत माना गया है। समुद्र शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के शरीर में इतनी शक्तियां होती हैं कि वह अपने आस पास होने वाली घटनाओं को बहुत पहले से ही जान लेता है। इसी कारण शरीर के अंग फड़कते हैं। कुछ अंगों का फड़कना शुभ होता है जो आर्थिक लाभ का संकेत देते हैं तो कुछ अंगों का फड़कना अशुभ होता है, जो हमारे जीवन में आने वाली समस्याओं का संकेत देते हैं।
महिलाओं और पुरुषों में समान अंगों के फड़कने का अलग अलग अर्थ होता है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि पुरुषों का दायां और महिलाओं का बायां अंग फड़कना शुभ संकेत होता है। इसके विपरीत पुरुषों का बायां और महिलाओं का दायां अंग फड़कना किसी अनहोनी की आशंका को बताता है। शरीर के विभिन्न अंगों का फड़कना जीवन में होने वाली कई घटनाओं का पूर्वानुमान होता है। आइए पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं कि व्यक्ति के शरीर के कौनसे अंगों के फड़कने से लाभ होता है और कौनसे अंगों के फड़कने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
इन अंगों के फड़कने से होता है लाभ पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, समुद्रशास्त्र में बताया गया है कि यदि पुरुषों का दायां कंधा या जांघ और तालु फड़कता है तो यह धनलाभ का संकेत होता है। जबकि महिलाओं के बाएं कंधे का फड़कना किसी कार्य में सफलता प्राप्त करने का संकेत देता है। यदि किसी महिला या पुरुष की हथेली में कोई हलचल होती है तो यह बहुत ही शुभ संकेत होता है। इस तरह की हलचल से व्यक्ति को आने वाले समय में धन संपदा की प्राप्ति होती है। यदि किसी व्यक्ति की नाक फड़कती हो तो उसे अपने व्यापार में बहुत अधिक लाभ होता है।
सिर के बीच वाले भाग में हलचल हो तो इसका अर्थ है कि व्यक्ति को अपने जीवन में पहले से चल रही परेशानी से बहुत जल्दी छुटकारा मिलने वाला है। महिलाओं या पुरुषों के गले और बाईं कोहनी का फड़कना भी एक अच्छा संकेत है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति को समाज में ऊंची पद प्रतिष्ठा और मान सम्मान मिलने वाला है। साथ यह व्यक्ति के जीवन में आने वाली खुशहाली का प्रतीक समझा जाता है।
इन अंगों का फड़कना है अशुभ अंगों का फड़कना किस बात का देता है संकेत? समुद्र शास्त्र में है इस बात का जिक्र: Samudra Shastra ४ समुद्रशास्त्र के अनुसार, यदि किसी महिला की बाईं आंख फड़कती है तो पति पत्नी के बीच मनमुटाव होने की संभावना होती है। बाईं ओर की गर्दन के फड़कने से आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है। यदि किसी व्यक्ति की दाईं कोहनी फड़क रही हो तो इसका अर्थ है कि व्यक्ति का किसी के साथ कोई झगड़ा हो सकता है। यदि किसी महिला या पुरुष के दोनो कंधे एक साथ फड़कते हैं तो यह किसी बड़े वाद विवाद का संकेत होता है। पीठ में यदि कोई हलचल होती है यह तो व्यक्ति के कार्य में बाधा उत्पन्न होने का संकेत करती है।
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