क्या है साइबर सिकनेस के लक्षण
आजकल युवा ही नहीं बच्चे और बूढ़े लोगों का भी ज्यादातर समय मोबाइल, टीवी और लैपटॉप पर व्यतीत हो रहा है
सुबह उठने से लेकर रात में सोने लोग काम के बाद सबसे ज्यादा समय मोबाइल और टीवी पर बिताते हैं। सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हुए घंटों निकाल देते हैं। स्क्रॉलिंग करते वक्त नो डाउट एंटरटेनमेंट तो बहुत होता है लेकिन क्या आप जानते हैं ये सेहत संबंधी कई परेशानियों की वजह भी बन सकता है। आज हम इसी के बारे में जानने वाले हैं।
कैसे और क्यों होती है साइबर सिकनेस?
आजकल युवा ही नहीं बच्चे और बूढ़े लोगों का भी ज्यादातर समय मोबाइल, टीवी और लैपटॉप पर व्यतीत हो रहा है। एक तरफ जहां ये आपकी नॉलेज और आपको अपडेट रखने का काम करते हैं तो वहीं दूसरी ओर सेहत संबंधी कई समस्याओं की वजह भी बन रहे हैं। ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने मे आंखें पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। कुछ लोगों को बैचेनी, सिरदर्द, जी मिचलाना या चक्कर आना जैसे लक्षण भी महसूस होने लगते हैं। इन लक्षण को साइबर सिकनेस के नाम से जाना जाता है ।ये समस्या किसी भी उम्र के लोगों को परेशान कर सकती है।
साइबर सिकनेस के लक्षण
- सिरदर्द
- जी घबराना
- चक्कर आना
- थकान का एहसास
- उदासीनता
- चिड़चिड़ापन
- काम पर फोकस न कर पाना
- आंखों मे जलन होना
- नींद न आना
- गर्दन और कंधों मे दर्द रहना
साइबर सिकनेस से बचाव के उपाय
- सुबह या शाम हल्की-फुलकी एक्सरसाइज़ जरूर करें। इसमें आंखों की एक्सरसाइज भी शामिल हो।
- स्क्रीन टाइम कम करें। काम के बाद जितना हो सके मोबाइल, टीवी कम देखें।
- ऑफिस का काम तो स्क्रीन पर करना ही पड़ता है लेकिन इसके अलावा टाइम मे मोबाईल या टीवी की स्क्रीन से बचने की कोशिश करें ।
- रात को सोते समय मोबाइल का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
- लैपटॉप या कंप्यूटर पर ब्लू फ़िल्टर लगा कर रखें ।
- मोबाइल, लैपटॉप का फॉन्ट बड़ा रखें।
- लैपटॉप, मोबाइल स्क्रीन की कॉन्ट्रास्ट कम रखें ।
- स्क्रीन को स्क्रॉल करने की स्पीड कम रखें ।