किडनी को शरीर के बेहतरीन अंग कहा जा सकता है क्योंकि यह शरीर को डिटॉक्स करने का काम करती है। आप सभी को बता दें कि यह शरीर की अशुद्धियों को हटाकर खून को साफ करती है। हालाँकि आजकल बच्चों में किडनी कैंसर बढ़ रहा है। आपको बता दें कि बच्चों में किडनी कैंसर की शुरुआत तब होती है जब किडनी की कोशिकाएं यानी सेल्स असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं और नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। जी हाँ और बच्चों में होने वाले किडनी कैंसर को विल्म्स ट्यूमर के नाम से जाना जाता है।
जी दरअसल नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार किडनी कैंसर अधिकतर 3 से 5 साल तक के बच्चों को होसकता है हालाँकि 0 से 14 वर्ष तक के बच्चों को भी प्रभावित करने वाला सबसे आम कैंसर है।
जी हाँ और शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 5 प्रतिशत बच्चे इस कैंसर की चपेट में आ सकते हैं। आपको बता दें कि किडनी कैंसर के लक्षण और कारण हर बच्चे में अलग-अलग हो सकते हैं और इसको शुरुआत में पहचानना आसान नहीं होता है। हालाँकि कुछ सामान्य से लक्षण दिखाई देने पर इसका समय रहते उपचार किया जा सकता है।
किडनी कैंसर के लक्षण-
–पेट में गांठ जिसे स्किन के माध्यम से महसूस किया जा सकता है
–पेट में दर्द
–यूरिन में खून
–कब्ज
–भूख में कमी
–अचानक वजन घटना
–हाई ब्लड प्रेशर
किडनी कैंसर के कारण-
–अनुवांशिक कारण
–ट्यूमर
–किडनी में गांठ होना
–किडनी का काम न करना
–यूरिन से संबंधित समस्या
किडनी कैंसर को कैसे करें बच्चों में डायग्नोज-
–ब्लड और यूरिन टेस्ट
–इमेजिंग टेस्ट
–बायोप्सी
किडनी कैंसर का उपचार-
–सर्जरी
–कीमोथेरेपी
–रेडिएशन थेरेपी
–लाइफस्टाइल में परिवर्तन
–किडनी से संबंधित एक्सरसाइज