क्या है मेटाबोलिक से जुड़ी बीमारियां

Update: 2023-06-07 15:00 GMT
मोटापा तेजी से बढ़ती प्रॉब्लम बन रहा है. WHO और अमेरिकी मेडिकल एसोसिएशन भी इसे गंभीर वैश्विक प्रॉब्लम बता चुके हैं. इसलिए इससे बचने की सलाह दी जाती है. भारत में मोटापे की प्रॉब्लम बहुत गंभीर है. इसकी चपेट में आने से कई बीमारियों के निसाने में आ सकते हैं. इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट मोटापे को लेकर सचेत करते रहते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, भारत में अभी यह समझने की जरूरत है कि मोटापा एक बीमारी है, इसलिए इसे सीरियस लेने की जरूरत है. मोटापा अपने साथ करीब 200 तरह की बीमारियां लेकर आता है. इनमें से कई बीमारियां तो शरीर के अंगों को ही प्रभावित कर सकती हैं. जिससे जान भी जा सकती हैं. इन बीमारियों में 9 सबसे खतरनाक हैं. आइए जानते हैं…
मेटाबोलिक से जुड़ी बीमारियां
मेटाबोलिक से जुड़ी बीमारियों में डायबिटीज, हाई या लो ब्‍लड प्रेशर, हार्ट और ब्रेन डिजीज, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, सेरेब्रोवैस्‍कुलर डिजीज, पित्‍त की थैली में पथरी, फैटी लिवर जैसी बीमारियां आती हैं.
मांसपेशियों वाली बीमारियां
मोटापे से जो सबसे खतरनाक बीमारियां होती हैं, उनमें मांसपेशियों से जुड़ी बीमारियां भी शामिल हैं. जैसे- जोड़ों का दर्द, ऑस्टियोअर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस, सार्कोपैनिक मोटापा आदि.
मानसिक बीमारियां
मोटापे का सीधा संबंध मानसिक बीमारियों से है. अगर कोई मोटा है तो उसे मेंटल समस्या हो सकती हैं. वहीं, मेंटल हेल्‍थ संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों के मोटे होने का खतरा भी रहता है. डिप्रेशन, एंग्‍जाइटी, ईटिंग डिसऑर्डर्स और अनिद्रा जैसी प्रॉब्लम भी घेर सकती हैं.
कॉस्‍मेटिक से जुड़ी प्रॉब्लम
मोटे लोगों के चेहरे पर झाइयां और हाइपरपिग्‍मेंटेशन जैसी प्रॉब्लम देखने को मिलती हैं. वजन कम होने के साथ ये निशान बन जाते हैं. गर्दन, पेट, हाथ, पैर या शरीर के मुड़ने वाले अंगों की त्वचा पर चकत्‍ते पड़ना, खुजली होना, पानी आना जैसी प्रॉब्लम हो सकती हैं.
ब्रेस्‍ट कैंसर और एंडोमेट्रियल
मोटापा आने से 13 तरह के कैंसर हो सकते हैं. कुछ विशेष प्रकार के कैंसर में महिलाओं में ब्रेस्‍ट कैंसर और यूट्रस में होने वाला एंडोमेट्रियल कैंसर की आशंका भी बढ़ सकती है. इसलिए मोटापा कम करने का प्रयास करना चाहिए.
मेटर्निटी रिलेटड प्रॉब्लम
मोटापा होने के चलते महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी में प्रॉब्लम आ सकती है. इससे बांझपन की शिकायत भी हो सकती है.इतना ही नहीं, इससे पॉलिसिस्‍ट‍िक ओवरी सिंड्रोम जैसी बीमारियां भी होने की आशंका रहती है.
मैस्‍कुलिनिटी से जुड़ी बीमारियां
मोटापे के चलते कुछ लोगों के स्‍पर्म की गुणवत्‍ता भी कम हो सकती है. यह ऑलिगोस्‍पेर्मिया कहलाता है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, मोटे लोगों में स्‍पर्म कम बनने की आशंका रहती है.
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