मुंहासों के निशान करने के लिए पुदीने को इन तरीकों से करें उपयोग
पुदीने में सैलिसिलिक एसिड होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पुदीने में सैलिसिलिक एसिड होता है. ये सैलिसिलिक एसिड का इस्तेमाल मुंहासे के इलाज के लिए किया जाता है. ये एक एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट है. पुदीने में फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक्स होते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स को रोकने का काम करते हैं. ये त्वचा के रोमछिद्रों को खोलने, मुंहासों को सूखाने और तेजी से ठीक करने में मदद करते हैं. ये सूजन को कम करने और मुंहासों के निशान को दूर करने में मदद करते हैं. पुदीने का इस्तेमाल आप मुंहासों और मुंहासों के निशान के इलाज के लिए कैसे कर सकते हैं आइए जानें.
मुंहासों के लिए पुदीने की पत्तियों का पेस्ट – इसके लिए 10 से 15 पुदीने के पत्तों में थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को प्रभावित जगहों पर लगाएं. इसे सूखने दें. इसके बाद गुनगुने पानी से धे लें. पुदीने की पत्तियां एंटीमाइक्रोबॉयल होती हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को दबाते हैं. ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं. ये मुंहासों के निशान को भी कम करने में मदद करता है.
पुदीने की पत्तियां और शहद मुंहासों के लिए – इसके लिए 10 से 15 पुदीने की पत्तियों को पीस लें. एक बाउल लें और इसमें शहद और पुदीने का पेस्ट डालें. मिश्रण को अच्छी तरह से ब्लेंड करें और प्रभावित जगह पर लगाएं. इसे कम से कम 30 मिनट तक रहने दें. इसके बाद पानी से धो लें. शहद और पुदीना दोनों में एंटीमाइक्रोबॉयल गुण होते हैं. ये मुंहासों और दाग – धब्बों को दूर करने में मदद करता है. इसका इस्तेमाल करने के बाद आपकी त्वचा ड्राई नहीं रहती है.
मुंहासों के लिए पुदीना और गुलाब जल- इसके लिए 10 से 15 पुदीने की पत्तियों को पीसकर एक स्मूद पेस्ट तैयार कर लें. इसे गुलाब जल के साथ अच्छी तरह मिलाएं. प्रभावित जगहों पर लगाएं. इसे 30 मिनट के लिए सूखने दें. इसके बाद पानी से धो लें. गुलाब जल त्वचा के अधिक तेल को कंट्रोल करने में मदद करेगा. इसके अलावा ये आपकी त्वचा के पीएच संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है. ये आपकी त्वचा को हाइड्रेट और मुलायम रखता है. ये एक प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट है. पुदीना के साथ मिलकर ये आपकी त्वचा को मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया से बचाता है और त्वचा की समस्याओं से बचाता है.