किसी भी महिला को जीवन में न जाने कितनी बार पीरियड्स का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स उन्हें काफी सताते हैं। पीरियड्स अनिश्चित हो सकते हैं। अधिकतर लड़कियों में इसके कई प्रकार के साइन और सिम्पटम्स नजर आते हैं जो महीना दर महीना कम से ज्यादा हो सकते हैं। मेनस्ट्रुअल साइकिल के दौरान एक या ज्यादा दिन के लिए छोटी से छोटी एंठन (क्रैम्प) आम तौर पर नियमित होती है। अक्सर देखने में आया है कि पीरियड का दर्द ज्यादा असामान्य नहीं होता और इसे मेनस्ट्रुअल साइकिल का नियमित हिस्सा माना जाता है। हर 10 में से 9 महिलाएं जिनके इंटरवेल्स होते हैं, वे हर महीने किसी न किसी प्रकार का दर्द झेलती हैं। लड़कियों में ज्यादा लंबी एंठन होती है क्योंकि उनके शरीर में बहुत ज्यादा प्रोस्टेग्लेंडिंस होती हैं। प्रोस्टेग्लेंडिंस वे कंपाउंड होती हैं जो यूटेरिन लाइनिंग की ड्रॉपिंग के दौरान लॉन्च की जा सकती हैं। पीरियड क्रैम्प्स प्राय: पेट, जांघ और पीठ के साथ जोड़े जाते हैं। अब हम आपको पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए 7 आसान उपाय बताएंगे :-
स्वस्थ खाएं
आपका खान-पान मेनस्ट्रुअल क्रैम्प्स में बड़ी भूमिका निभाता है। जब महीने का कोई समय हो तो आपकी डोनट्स, चॉकलेट, कुकीज या चिप्स के साथ वसायुक्त, मीठा और नमकीन खाने की इच्छा होती है। हालांकि ये चीजें कभी-कभार लेने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन महीना दर महीना बेसिस पर ऐसी चीजों को भारी मात्रा में ग्रहण करना अच्छी बात नहीं है। इनके बजाय आप पौष्टिक खाने को प्राथमिकता दें। इनमें चेरी, ब्ल्यूबेरीज, फलों का रस व शिमला मिर्च और कैल्शियम से भरपूर बींस, बादाम व डार्किश लीफी ग्रीन्स शामिल हैं।
पानी पीती रहें
थोड़ा ज्यादा पानी पीएं और अंतर महसूस करें। ऐसा करने से आपको लंबे समय तक कई असुविधाएं बढ़ाने वाली चीजों में राहत मिलेगी, जिनमें सूजन भी शामिल है। आपको दिन में कम से कम 6 से 8 ग्लास तक पानी पीना चाहिए, खास तौर से जब आप मेनस्ट्रुअल क्रैम्प्स के दौर से गुजर रही हों।
हीट थैरेपी आजमाएं
अपने पेट के लिए हीटिंग पैड या वार्म वाटर बोतल रखने से दर्द कम हो सकता है जिससे खून दर्द वाले स्थान की ओर दौड़ने लगेगा। एक हीट टबटब या बाथ भी आपका दर्द कम कर राहत प्रदान कर सकता है। हीटिंग पैड को एक टाइमर के साथ लगाएं और सोने से पहले इसे उतार लें। हीटिंग पैड्स का लंबे समय तक प्रयोग जलन को बढ़ाने के साथ दूसरे और प्रोटेक्शन रिस्क पैदा कर सकता है।
कसरत
नियमित वर्कआउट आपकी हेल्थ के लिए कई तरह से फायदेमंद है और इसमें दर्द से राहत दिलाना भी शुमार है। कसरत से अतिरिक्त एंडोर्फिन्स बनते हैं जो आपके मूड को रीइंफोर्स, प्रोस्टेग्लेंडिंस को मेटाबोलाइज और आपके यूटेराइन मसल ग्रुप्स को लूज करते हैं। पूरे महीने आपमें ताजगी रहेगी और आपकी हाइट में भी इजाफा होगा।
तनाव घटाएं
तनाव को वैसे भी कई बीमारियों की जड़ माना जाता है। ऐसे में यह पीरियड्स के लिए भी घातक है। ऐसे में तनाव से बचने के लिए कई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। इनमें सोना, टीवी-मोबाइल देखना, मनपसंद खाना-पीना जैसे उपाय शामिल हैं जो रिलेक्स करने में मदद करते हैं।
विटामिन और मिनरल्स लें
सप्लीमेंट्स आपकी मेनस्ट्रुअल हेल्थ को नॉरिश और गाइड करते हैं। इससे हर साइकिल के साथ आपकी पीरियड्स सरल हो जाते है। विभिन्न मिनरल और न्यूट्रिएंट्स पीरियड्स पेन को पहले से रोकने के लिए निर्धारित हैं। ये डाइटरी और नेचुरल डाइटरी सप्लीमेंट्स पीरियड्स क्रैम्प्स को हैंडल करने के लिए सुरक्षित और ताकतवर तरीका हो सकता है।
पेट की एसेंशल ऑइल से मसाज करें
मासिक धर्म में राहत प्रदान करने के लिए मसाज मदद कर सकती है। मसाज से आपकी बोडी ढीली हो जाती है और माना जा सकता है कि यह आपके घटे हुए पेट को लूज कर मेनस्ट्रुअल क्रैम्प्स से राहत प्रदान करेगी। ज्यादा बढ़िया नतीजों के लिए ऑलमंड ऑइल प्रोवाइडर बेस में क्लोव, लेवेंडर व गुलाब जैसे एसेंशल ऑइल के साथ पेट पर मसाज ट्राई करें।