इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अपनी ग्रॉसरी शॉपिंग लिस्ट में शामिल करें ये चीज़ें
नींबू
हम अपनी नानी, दादी और मां से बचपन से यह सुनते आए हैं कि नींबू एक जादुई फल है. विटामिन सी की प्रचुर मात्रा वाला यह छोटा-सा खट्टा फल हमारे कई घरेलू नुस्ख़ों का इन्ग्रीडिएंट है. यह शरीर में एसिड और अल्कली का बैलेंस बनाकर, शरीर के पीएच लेवल को दुरुस्त करने के लिए बेहतरीन फल है. खट्टे फलों को अपने खानपान में शामिल किया जाना इस वक़्त की मांग है. इस बेहद सस्ते और आसानी से उपलब्ध फल को आप उतनी ही आसानी से अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं. उदाहरण के लिए एक ग्लास गुनगुने पानी में आधे नींबू का रस, पुदीने की कुछ पत्तियां और स्वाद के लिए शहद डालकर अच्छी तरह मिलाएं और सुबह ख़ाली पेट पी लें. इसके अलावा आप पकी हुई सब्ज़ियों में ऊपर से नींबू निचोड़ सकते हैं. इससे शरीर की पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता बढ़ जाती है.
लहसुन
लहसुन का सेवन करने से हमारे रक्त में वायरस से लड़नेवाली कोशिकाओं यानी सेल्स की वृद्धि होती है. लहसुन में ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स की मात्रा काफ़ी अधिक होती है, जिसके चलते वह फ्री रैडिकल्स और वायरस से संक्रमित सेल्स को नष्ट करता है. रोज़ाना सुबह लहसुन की दो कलियों का सेवन आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होगा. लहसुन का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीक़ा यह है कि उसे कुचलने यानी क्रश करने के बाद आगे बारीक़ टुकड़ों में काटने से पहले 3 से 5 मिनट के लिए छोड़ दें. इससे इसके ऐंटी-ऑक्सिडेंट तत्व और अधिक प्रभावी हो जाते हैं.
अदरक
अदरक सदियों से इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है. अदरक को ख़ासतौर पर सर्दी-खांसी वाले इन्फ़ेक्शन को दूर करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. यह ऐंटी-इन्फ़्लेमेटरी और ऐंटी-कैंसर गुणों से भरपूर है. एक टीस्पून अदरक के जूस को गुनगुने पानी या शहद में मिलाएं और दिन में दो बार सेवन करें. आप अदरक को डीटॉक्स ड्रिंक्स और चाय में भी मिला सकते हैं. इसे सूप में डालकर आप उनका ज़ायका बढ़ाने के साथ-साथ सूप को सेहतमंद बना सकते हैं.
हल्दी
हम सभी हल्दी के औषधीय गुणों से परिचित हैं. हमारे पूर्वज इसका इस्तेमाल घाव को ठीक करने से लेकर सर्दी-खांसी और दूसरे इन्फ़ेक्शन्स को ठीक करने के लिए करते थे. हल्दी हमारी इम्यूनिटी के लिए भी वरदान है. हल्दी का एक महत्वपूर्ण घटक है करक्युमिन, इसकी हीलिंग प्रॉपर्टी कमाल की है. करक्युमिन के चलते हल्दी जीवनरक्षक औषधि का काम करती है. आप इसे अपने रोज़ाना के खानपान में शामिल करें. जैसे आप सुबह गुनगुने पानी में आधा टीस्पून हल्दी डालकर पिएं या रात को सोते समय दूध में हल्दी डालकर पिएं. अगर आपको ये दोनों विकल्प न सुहा रहे हों तो आप आधे टीस्पून हल्दी को एक टीस्पून शहद के साथ मिलाकर खाएं. वैसे भारतीय खानपान में इसका महत्व इसी से समझ सकते हैं कि हमारे यहां बननेवाली ज़्यादातर सब्ज़ियों में हल्दी पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है.
प्रोटीन की अधिकतावाली चीज़ें
जब हम इम्यूनिटी बूस्टर्स की बात कर रही रहे हैं तो हमें प्रोटीन की अधिकतावाली चीज़ों को भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए. इन चीज़ों में शामिल हैं-चिकन, मीट, मछली, अंडे, दाल, सोया और दूध. हमारे शरीर का निर्माण प्रोटीन से हुआ है-चाहे वह हमारे बाल हों, त्वचा, नाख़ून या कोशिकाएं. तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके रोज़ाना के खानपान में प्रोटीन की मात्रा पर्याप्त हो. आप ब्रेकफ़ास्ट में दूध, अंडे, सांभर आदि का सेवन कर सकते हैं. वहीं लंच और डिनर में चिकन, अंडे, मीट, दाल, पीनर और मछली का.
तो याद रखें आपको अपनी ग्रॉसरी शॉपिंग की सूची में इन चीज़ों को ज़रूर शामिल करना चाहिए. हां, रंगीन फल और सब्ज़ियों से मिलनेवाले ऐंटी-ऑक्सिडेंट के महत्व को भी कम करके न आंकें.