इंस्टेंट शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट में करें इस चीज को शामिल

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार लग जाने के बाद ज़िंदगीभर साथ रहती है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने लगता है।

Update: 2022-07-22 09:59 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार लग जाने के बाद ज़िंदगीभर साथ रहती है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने लगता है। वहीं, अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। इंसुलिन शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसकी मदद से सेल्स को शुगर प्राप्त होता है, जिससे शरीर में शक्ति यानी ऊर्जा का संचार होता है। आसान शब्दों में कहें तो शुगर को ऊर्जा में बदलने में इंसुलिन अहम भूमिका निभाता है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन हार्मोन नहीं निकलता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। वहीं, शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें। इसके अलावा, डाइट में सोआ के पत्ते को जरूर शामिल करें। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि सोआ के पत्ते के सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

सोआ
आयुर्वेद में सोआ का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। यह एक बारहमासी जड़ी बूटी है, जो सालों भर उगता है। भारत में सोआ की खेती की जाती है। किचन में सोआ का इस्तेमाल जायके का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसमें एंटी डायबिटीज के गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल करने में सहायक सिद्ध होते हैं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि सोआ डायबिटीज के लिए दवा समान है। इसके पत्ते के अर्क के सेवन से शुगर और थायराइड कंट्रोल में रहता है।
कैसे करें सेवन
-भारत में सेवन करने का सबसे सरल तरीका कढ़ी में सोआ पत्ते का सेवन करें। इसके लिए सोआ के पत्तों का सरसों और जीरा के साथ तड़का लगा सकते हैं।
-इसके अलावा, आप आलू पराठा में सोआ के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही सोआ के पत्तों का जूस तैयार कर सेवन कर सकते हैं।
-इसके अलावा, सूप, सलाद और अचार में भी सोआ के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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