life styleजीवन शैली: भृगु धरा के पावन पवित्र नगरी में मिलने वाला हर समान ही खास होता है। बागी तेवर से देश दुनिया में प्रसिद्ध बलिया लेखक के कानों में भी किसी से कम नहीं है। हम बात कर रहे हैं उस मिठाई के जिसके स्वाद का हर कोई दीवाना है। जी हां बलिया रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित इस दूकान का पेड़ इन दिनों खूब सुर्खियाँ बटोर रहा है। लाजवाब स्वाद से भरपूर इसे शाही पेड़ा के नाम से जाना जा रहा है। छोटे खास तौर से खोवा, शुद्ध देसी घी और सूखे मेवे तैयार किया जाता है…दुकान मालिक विशालHugeगुप्ता ने बताया कि उनके यहां का ये खास पेड़ काफी मशहूर है। इसे खाने के लिए बहुत दूर से लोग आते हैं। इसे बनाने के लिए खुद खोवा तैयार करते हैं। इसके स्वाद का आनंद लड़के और जवान ही नहीं बल्कि बुजुर्ग भी लेते हैं। यह शाही पेड़ के नाम से जाना जाता है। दुकानदार ने आगे बताया कि इस पेड़ों को बनाने के लिए शुद्ध दूध से खोवा तैयार किया जाता है।
अब खोवे को धीमी आंच पर शुद्धPure देसी घी में देर तक पिया जाता है। इसके बाद इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर गोलाकार पेड़ों का आकार दे दिया जाता है, ऊपर से काजू, नारियल का बुरादा, किसमिस आदि सूखे मेवे डाले जाते हैं। दूर-दूर से ग्राहक इसके स्वाद का आनंद लेकर खूब मशहूर होते हैं। खाने के बाद पैक करा कर घर भी ले जाते हैं। इसकी कीमत 450 प्रति किलो और पर पीस ₹15 के मिसिया से ग्राहकों को दिया जाता है। बलिया रेलवे स्टेशन से एनएच 31 मार्ग जो बैरिया की तरफ से आता है। इसी मार्ग में थोड़ी सी दूरी पर माल गोदाम रोड में ठीक दुर्गा मंदिर के बगल में हरिओम मध्येशिया मिष्ठान भंडार की दुकान स्थित है। जहां आप भी आकर इस शाही पेड़ के स्वाद का आनंद ले सकते हैं।