घर की इन चीजों में होते है अधिक कीटाणु
स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ सही खान-पान और स्वस्थ जीवनशैली
स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ सही खान-पान और स्वस्थ जीवनशैली ही जरूरी नहीं है, बल्कि इसके साथ-साथ घर की सही साफ-सफाई भी जरूरी है। कई लोगों की आदत होती है कि वे रोजाना घर की सफाई करते हैं। जबकि कुछ लोग दो दिन के अंतराल के बाद और कुछ एक सप्ताह के बाद इस गैप को साफ करते हैं। घर की सफाई करते वक्त अक्सर लोग उन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना भूल जाते हैं, जिन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। क्योंकि यही चीजें हैं जो बीमारियों को उत्पन्न करती हैं।ओवन, कॉफी मेकर, डिशवॉशिंग स्पंज कुछ ऐसी चीजें हैं जहां गंदगी और कीटाणु, फंगस, कीटाणु सबसे ज्यादा जमा होते हैं। आइए जानते हैं घर की उन 4 चीजों के बारे में, जिनकी साफ-सफाई का अक्सर ध्यान नहीं रखा जाता है। हालांकि आपको इन चीजों को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए।
1. कॉफी मेकर
अमेरिका के ऑर्गनाइजेशन फॉर पब्लिक हेल्थ एंड सेफ्टी (NSF) की एक रिसर्च के मुताबिक, कॉफी मेकर भी किचन में सबसे ज्यादा बैक्टीरिया से भरी चीजों में से एक है। इस रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं को कॉफी मेकर के अंदर 67 तरह के कीटाणु मिले, यानी अगर आप कॉफी मेकर को समय-समय पर साफ नहीं करते हैं तो ये बैक्टीरिया आपके शरीर के अंदर जाकर कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। यही वजह है कि कॉफी मेकर को तीन महीने में एक बार जरूर साफ करना चाहिए।
2. गद्दा
गद्दे की सफाई भी जरूरी है। क्योंकि मानव शरीर में प्रतिदिन लगभग 1.5 ग्राम मृत त्वचा उत्पन्न होती है, जो आमतौर पर गद्दे से चिपक जाती है। रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस जर्नल में साल 2018 में छपी एक स्टडी के मुताबिक इंसान बंदरों की प्रजाति से 30 फीसदी ज्यादा गद्दों को गंदा करते हैं। गद्दे में डेड स्किन सेल्स, पसीना और धूल जमी रहती है। यही कारण है कि इनमें बैक्टीरिया और माइट पनपने का खतरा बना रहता है। मैट्रेस को धोना आसान नहीं है, हालाँकि आप इसे धूप में छोड़ सकते हैं।
3. रिसाइकिल करने योग्य शॉपिंग बैग
आजकल कई लोगों ने प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल काफी हद तक कम कर दिया है। इसके बजाय वे रिसाइकिल होने वाले बैग का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट के मुताबिक इन बैग्स में एक अंडरवियर से ज्यादा ई. कोली जैसे कई बैक्टीरिया होते हैं। अगर आप मांस और सब्जियां लाने के लिए एक ही रिसाइकल बैग का इस्तेमाल करते हैं, तो आप साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि रीसाइकिल किए गए थैलों को सप्ताह में कम से कम एक बार जरूर धोना चाहिए।
4. डिशवॉशिंग स्पंज
आपको जानकर हैरानी होगी कि आपका बर्तन धोने वाला स्पंज भी खतरनाक बैक्टीरिया और कीटाणुओं का घर होता है। जर्मनी की फर्टवांगेन यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक डिशवॉशिंग स्पंज में सिंक के मुकाबले सैकड़ों कीटाणु और बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। इस स्टडी में ये बात सामने आई थी कि डिशवॉशिंग स्पंज में 362 तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कीटाणुओं से छुटकारा पाने के लिए डिशवॉशिंग स्पंज को सप्ताह में एक बार क्लोरीन या ब्लीच से धोना चाहिए।