इन फूड्स से होंगे कम, पित्त बढ़ने पर शरीर में नजर आते हैं ये लक्षण

Update: 2023-07-23 15:48 GMT
लाइफस्टाइल: आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में मौजूद तीन दोषों का संतुलित होना सेहत के लिए जरूरी है। अगर आयुर्वेद की मानें तो हमारे शरीर में मौजूद दोष, हमारे बॉडी के फंक्शन को प्रभावित करते हैं। किसी भी एक दोष की अधिकता होने पर इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। बात अगर पित्त दोष की करें, तो पित्त दोष बढ़ने पर भी शरीर में कई संकेत नजर आते हैं। खासकर, मोशन का बार-बार आना भी इसका एक लक्षण हो सकता है।
पित्त असंतुलन का असर पीरियड्स पर भी पड़ता है। आइए आपको बताते हैं कि पित्त बढ़ने पर शरीर में क्या लक्षण दिखाई देते हैं और किन फूड्स से इन्हें कम किया जा सकता है। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स की है। वह हार्मोनल और गट हेल्थ कोच हैं।
पित्त असंतुलन के लक्षण
अगर आपके शरीर में पित्त बढ़ा हुआ है, तो आपको गर्मी अधिक महसूस होगी। इसके अलावा मोशन का पतला होना या बार-बार आना भी पित्त के बढ़ने का लक्षण है। त्वचा का रूखा होना, स्किन से जुड़ी एलर्जी होना, पसीना ज्यादा आना या जल्दी थकान होना भी इसका संकेत है। स्ट्रेस की वजह से भी शरीर में पित्त बढ़ सकता है।
पित्त को संतुलित करने के लिए खाएं ये फूड्स
पित्त बढ़ने पर शरीर में गर्मी बढ़ जाती है। इसे दूर करने के लिए धनिये का पानी पिएं। इससे डाइजेशन में भी मदद मिलेगी। 1 टीस्पून धनिये के बीजों को रातभर भिगोएं और सुबह इस पानी को छानकर पिएं।
केले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसके कूलिंग इफेक्ट की वजह से यह पित्त को बैलेंस करता है। नाश्ते से लगभग आधा घंटा पहले केला खा सकती हैं।
शरीर को ठंडक पहुंचाने और पित्त को बैलेंस करने के लिए गोंद कतीरा भी फायदेमंद है। गोंद कतीरा के छोटे से टुकड़े को रात भर पानी में भिगोएं और इसे दोपहर के वक्त पिएं।
एलोवेरा की तासीर भी ठंडी होती है। यह शरीर की अतिरिक्त हीट (बॉडी हीट को कम करने वाले फूड्स) को कम कर सकती है। रोज सुबह एलोवेरा जूस पिएं।
अनार, न्यूट्रिशन से भरपूर होता है। शरीर में मौजूद तीनों दोषों को दूर करने में भी यह मदद करता है। शाम के वक्त 1 कटोरी अनार के दाने खाएं।
बेसिल सीड्स का पानी भी पित्त की गर्मी को शांत करने में सहायता कर सकता है। यह आंतों पर ठंडा प्रभाव डालता है। 1 टीस्पून सब्जा सीड्स को पानी में डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर इस पानी को पिएं।
मुनक्का भी पित्त दोष को संतुलित करने के लिए अच्छा माना जाता है। 2-3 मुनक्के (मुनक्के के फायदे) को पानी में भिगोए। फिर इसे शाम के वक्त खाएं।
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