महिला हो या पुरूष-बढ़ती उम्र का असर उनके स्वास्थ्य के साथ बाहरी रूप पर भी पड़ता है। एजिंग एक नेचुरल प्रक्रिया है, जिसमें स्किन पर झुर्रियां पड़ना, बाल सफेद होना, दांत खराब होना, नाखून टूटना, हड्डियां कमजोर होना जैसे बदलाव देखे जा सकते हैं। वैसे तो एजिंग को रोकना नामुमकिन है लेकिन इस नेचुरल प्रक्रिया को कई तरीकों से धीमा जरूर किया जा सकता है। इसके लिए लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है-आहार। उनमें भी ऐसे कई सुपरफूड हैं जो आपको लंबे वक्त तक जवान बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर व्यक्ति अपने दैनिक आहार में इन सुपरफूड को शामिल कर लेता है, तो शरीर पर उम्र का प्रभाव कम पड़ेगा। यानी आप अपनी एजिंग को रोक तो नहीं सकते लेकिन इस प्रक्रिया को धीमा जरूर कर सकते हैं। एंटी-एजिंग डाइट के माध्यम से कैसे हम अपने आपको लंबे समय तक यंग रख सकते हैं, चलिए जानते हैं-
अलसी, चिया, पम्पकिन, अखरोट जैसे 20 ग्राम बीजों को अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है। इनमें मौजूद आमेगा 3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन जैसे पोषक तत्व न सिर्फ आपकी स्किन को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि आपके जोड़ों को भी मजबूती प्रदान करते हैं। आप इनका सेवन दिन में किसी भी समय कर सकते हैं।
इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेटिव कंपाउंड स्किन की क्वालिटी में सुधार लाते हैं। शरीर में तेजी से हो रही एजिंग प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते है। ध्यान रखें कि ग्रीन टी कम उबालें। आप चाहें तो कोल्ड ग्रीन टी भी पी सकते हैं।
स्वाद में आंवला कसैला होता है, लेकिन विटामिन सी और ई से भरपूर आंवला हमारी त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। आंवला स्किन में कोलेजन को तेजी से बूस्ट करता है। रोजाना एक आंवले का सेवन बाल झड़ने और सफेद होने की समस्या को कई हद तक कम कर सकता है। इसका रोजाना 30-40 मिली जूस पीना फायदे साबित होता है।
इसमें मौजूद पोषक तत्व स्किन क्वालिटी को मेंटेन करते हैं। शरीर में हो रहे रिजुवेनेटिंग प्रोसेस को तेज करने मे मदद करता है और शरीर को रिफ्रेश लुक प्रदान करता है। रात को एक गिलास पानी में 2 चम्मच त्रिफला भिगो कर रखें। सुबह खाली पेट चाहे तो गुनगुना करके पी सकते हैं। इसे ज्यादा प्रभावकारी बनाने के लिए इसमें थोड़ी-सी दालचीनी भी भिगो सकते हैं। आप चाहे तो त्रिफला की 2 टेबलेट भी ले सकते हैं।
अंडे में उच्च क्वालिटी का प्रोटीन पाया जाता है। कोशिश करें कि अंडे का सफेद भाग ही खाएं क्योंकि पीले भाग यानी योक में काफी मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। दिन में आप 4-5 एग वाइट अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। अगर आप अंडे नहीं खाते तो आप काले चने, दालें, टोफू, पनीर जैसी चीजों का सेवन कर सकते है। ध्यान रखें कि दिन में कम से कम 3-4 सर्विंग प्रोटीन की लेनी चाहिए।
दही में मौजूद अल्फा लाइनोलेनिक और लैक्टिक एसिड शरीर के डेड सेल्स को डिजाल्व करता है। स्किन को तरोताजा रखने, फाइन लाइन्स को कम करने, पोर्स को टाइट करने, नए सेल्स के निर्माण और उन्हें पॉलिश करने में दही का सेवन बहुत उपयोगी है। दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया पाचन तंत्र को मजबूत करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।
पालक जैसी पत्तेदार सब्जियों में क्लोरोफिल, विटामिन के और आयरन उच्चतम मात्रा में पाया जाता है, जो स्किन में कोलेजन बनाने मे मदद करता है। यह एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी एजिंग गुणों से भरपूर है। शरीर को बढ़ती उम्र के प्रभाव से बचाती है। आप दिन में 2 कटोरी पालक खा सकते हैं। कोशिश करें कि पालक को ज्यादा न पका कर कच्चा ही खाएं। इसके अलावा जूस आप पालक का जूस या फिर आटे में गूंथकर इसकी रोटी बनाकर खा सकते हैं।
फल
पपीते को फूड ऑफ एंजेल्स कहते हैं। पपीते में मौजूद लाइकोपीन स्किन को स्मूथ बनाए रखने में महत्वपूर्ण है। इसमें मौजूद विटामिन बी 9 पेट को दुरूस्त रखता है और तकरीबन 80 प्रतिशत बीमारियों से दूर रखता है। बीमारियां कम होने का प्रभाव स्किन पर भी पड़ता है। संतरे में मौजूद पॉलीफिनॉल कैमिकल कंपाउंड और विटामिन सी स्किन को हेल्दी बनाए रखते हैं। अनार में पुनिकालगिन्स नामक तत्व स्किन के कोलेजन को बनाए रखने में मदद करता है जिससे स्किन में एजिंग का प्रभाव कम पड़ता है।
स्किन के स्वस्थ के लिहाज से टमाटर बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है, इसमें मौजूद लाइकोपीन तत्व सनबर्न से बचाव करने में मदद करता है। विटामिन सी एजिंग की प्रक्रिया को कम करता है।
मूंगफली में 20 एमिनो एसिड मिलते हैं। इसमें मौजूद मोनो सैचुरेटिड फैटी एसिड स्किन को खूबसूरत बनाते हैं, विटामिन डी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है, विटामिन ई स्किन को हेल्दी रखता है। उबालकर खाने पर मूंगफली 10 गुना ज्यादा फायदेमंद बन जाती है। मुट्ठी भर मूंगफली को छिलके सहित उबालकर खाना चाहिए।
जहां तक हो सके पालक जैसी सब्जियों या अन्य चीज़ों को ज्यादा देर तक न पकाएं क्योंकि इससे इनके पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। कोशिश करें कि खाना धीमी आंच पर या स्टीम में ही कुकिंग करें। जहां तक हो सके खाना माइक्रोवेव में पकाने से बचें क्योंकि माइक्रोवेव रेज़ में पका हुआ खाना एजिंग प्रक्रिया को तेज करता है।
इसके साथ ही अपनी स्किन में चमक बनाए रखने के लिए हर मील में रेनबो डाइट का सेवन करें। हर रंग की चीजें आपकी प्लेट में शामिल हो, जैसे ताजी और मौसमी फल-सब्जियां।
जो खाद्य पदार्थ आप कच्चे या सलाद के तौर पर खा सकते हैं, उन्हें यथासंभव कच्चा खाएं। संभव हो तो कोल्ड प्रेस्ड मशीन में इनका जूस निकाल कर पिएं।