आज भी कारगर हैं पुराने समय के ये ब्यूटी सीक्रेट्स, आजमाते ही मिलती हैं चेहरे को खूबसूरती

आजमाते ही मिलती हैं चेहरे को खूबसूरती

Update: 2023-06-19 11:13 GMT
आपने "ओल्ड इज गोल्ड" वाली कहावत तो सुनी ही होगी जिसके अनुसार पुराने जमाने से आजमाए जा रहे तरीके आज भी सार्थक साबित होते हैं। ऐसा ही कुछ जुड़ा हैं आपकी खूबसूरती से भी। प्राचीन समय की रानियां-महारानियां दिखने में बेहद खूबसूरत हुआ करती थीं जिसके लिए वे कुछ घरेलू चीजों की मदद लेती थी और उन्हीं नुस्खों को हमारी दादी-नानी भी आजमाती थी। हांलाकि अब मॉडर्न जमाने में ओल्ड का जादू कहीं कम होता नज़र आ रहा है और उनकी जगह कई कॉस्मेटिक पदार्थ आने लगे हैं। लेकिन ये पुराने तरीके आज भी कारगर साबित होते हैं। उस समय घर में आसानी से मिलने वाले उत्पादों को ही त्वचा और बालों को खूबसूरत बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाते ही चेहरे पर खूबसूरती देखते ही बनती हैं। आइये जानते हैं इन चीजों के बारे में...
हल्दी
हमने इसमें सबसे पहले हल्दी को शामिल किया है इसे सबसे पुराने ब्यूटी सीक्रेट्स में से एक माना जाता है। हल्दी को हर घर के किचन में आसानी से मिल जाती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं। हल्दी में घाव भरने की बहुत अच्छी क्षमता होती है जिसकी वजह से ये मुहांसों, डार्क स्पॉट्स, रिंकल्स और स्किन से जुड़ी परेशानियों से रक्षा करती है। हल्दी कितनी फायदेमंद है इसका अंदाज़ा आप इससे ही लगा लीजिये कि बगैर हल्दी के कोई भी शादी का फंक्शन पूरा ही नहीं होता है।
केसर
केसर में विटामिन ए, बी, सी मौजूद होता है। स्किन की रंगत हल्की करने के लिए आप केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं। पुराने समय से केसर का इस्तेमाल खूबसूरती निखारने के लिए किया जाता है। केसर को दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा साफ होता है। पुराने जमाने में केसर को मॉइश्चराइजर के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, आप भी इसे एलोवेरा जेल में मिलाकर लगा सकते हैं। हेयर लॉस की समस्या से जूझ रहे हैं तो केसर को दूध में मिलाएं और बालो पर लगाएं, बाल टूटना बंद हो जाएंगे। केसर से त्वचा कोमल बनती है आप इसे गुलाब जल में मिलाकर चेहरे पर लगाएं, आपको चेहरा फ्रेश महसूस होगा।
शहद
17वीं शताब्दी से लोगों ने शहद का उपयोग करना शुरू कर दिया था। आप कच्चे शहद को जले हुए निशान पर लगा सकती हैं, क्योंकि शहद में एंटीसेप्टिक और हीलिंग गुण होते हैं। नियमित रूप से जले पर शहद लगाने से दाग जल्द गायब हो जाते हैं। आप शहद को मलाई, चंदन और बेसन के साथ मिलाकर फेस पैक के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह मास्क चेहरे की अशुद्धियों को हटाता है और त्वचा को मुलायम और चिकना भी बनाता है।
मुल्तानी मिट्टी
सदियों पहले से मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल होता आया है, ये त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। आप मुल्तानी मिट्टी को पानी के साथ मिलाकर बाल या चेहरे पर लगा सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी लगाने से त्वचा में मौजूद गंदगी साफ होती है और एक्स्ट्रा ऑयल भी निकल जाता है। अगर आपको टैनिंग की शिकायत है तो भी आपको मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपकी त्वचा में सूजन है तो आप मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करें। सूजन वाली जगह पर मुल्तानी मिट्टी लगाकर छोड़ दें फिर 20 मिनट बाद पानी से धो लें। सूजन कम हो जाएगी। पिगमेंटेशन की समस्या है तो आप मुल्तानी मिट्टी को जरूर लगाएं, इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं।अगर त्वचा जली या कटी है तो उस पर मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट लगाना फायदेमंद होगा।
घी
पुराने समय की बात हो और उसमें घी शामिल न हो ऐसा कैसे हो सकता है? घी को खाने और पूजा-पाठ के साथ-साथ ब्यूटी के लिए भी रामबाण माना जाता है। अगर खाने में रोज़ाना घी को एक निश्चित मात्रा में शामिल किया जाए तो ये आपके डाइजेशन को ठीक रखने के साथ ही स्किन के लिए भी हेल्दी रहता है। घी को नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जाना जाता है जो फ्री रेडिकल्स से शरीर की रक्षा करता है, इससे त्वचा में भी निखार आता है।
मलाई
पुराने जमाने से मलाई का इस्तेमाल चेहरे की रंगत बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। आप सुंदर त्वचा के लिए मलाई का उबटन लगा सकते हैं। मलाई से त्वचा कोमल होती है, दाग-धब्बे मिटते हैं और रंगत निखरती है। आपकी स्किन में कोई दाग या धब्बा हो तो उसे ठीक करने के लिए मलाई का इस्तेमाल करें। मलाई में कपूर पीसकर लगाएं इससे स्किन की समस्याएं दूर हो जाएंगी।
तुलसी
प्राचीन लोग औषधि के अलावा त्वचा संबंधी परेशानियों के इलाज के रूप में तुलसी का इस्तेमाल करते थे। चेहरे से मुंहासे हटाने और स्किन को हेल्दी बनाने के लिए तुलसी के कुछ पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में दूध मिलाएं और त्वचा पर लगाएं। इसके अलावा प्राचीन समय में जब लोगों के पास दांत साफ करने के लिए टूथपेस्ट नहीं हुआ करता था, तब तुलसी की पत्तियों को पीस कर उसमें संतरे के छिलके के पाउडर को मिलाकर लगाया जाता था।
नीम
पुराने जमाने से नीम का इस्तेमाल औषधी के तौर पर होता रहा है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। कील-मुंहासे की समस्या में नीम का इस्तेमाल किया जाता है। ये त्वचा को गहराई से साफ करता है। आप नीम के पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। मुरझाई हुई त्वचा को फिर से जीवित करने के लिए नीम फायदेमंद है, आप नीम के पेस्ट में गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। उम्र बढ़ने के साथ झुर्रियां बढ़ने लगती हैं पर अगर आपको चेहरे पर एजिंग साइन नहीं देखने तो नीम का इस्तेमाल करें, नीम का पेस्ट लगाने से झुर्रियां भी कम हो जाती हैं। नीम का पेस्ट चेहरे पर लगाएं से एक्ने और उसके दाग दोनों मिट जाएंगे।
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