हिप्स के फैट को बढ़ाने और घटाने के लिए बेस्ट है ये 3 योग आसन, जरूर करे ट्राई
कुछ लोगों जहां हिप्स पर जमे फैट से परेशान रहते हैं वहीं कुछ लोगों को वहां फैट की जरूरत होती है। ऐसे में कुछ खास वर्कआउट की मदद से दोनों ही तरह के लोग अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे कुछ योग आसन।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिप्स पर थोड़ा सा फैट होना जरूरी है क्योंकि ये आपके ओवरऑल बॉडी को परफेक्ट शेप देने का काम करता है तो वहीं हिप्स पर जमा बहुत ज्यादा फैट पूरे शरीर को बेडौल बना देता है। तो आज हम ऐसे कुछ योग आसनों के बारे में बात करेंगे जो इन दोनों ही समस्याओं में काम आएंगे। जी हां, फैट कम करना हो या फिर हल्का फैट गेन करना हो, इन आसनों के माध्यम में दोनों ही पॉसिबल है।
मार्जरी-आसन
घुटनों के बल खड़े हो जाएं।
आगे की ओर झुकें और हाथों को कंधों के नीचे जमीन पर इस प्रकार टिकाएं कि उंगलियां सामने की ओर रहें।
अब सांस भरते हुए सिर को ऊपर उठाएं और मेरूदंड को नीचे की तरफ झुकाएं जिससे पीठ धनुष के आकार का नजर आए।
कम से कम 3 सेकेंड तक ऐसे रहें।
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ सिकोड़ें और हिप्स क ऊपर की ओर तानें।
सिर दोनों हाथों के बीच रहेगा और इस स्थिति में अपनी नाभि को देखने की कोशिश करें।
इसमें भी कम से कम 3 सेकेंड तक रूकने की कोशिश करें।
यह एक चक्र पूरा हुआ।
ऐसे ही कम से कम 3 से 5 चक्र करने का प्रयास करें।
व्याघ्रासन
घुटनों के बल रहते हुए दोनों हाथों को आगे, नीचे मैट पर टिका लें।
शरीर को ढीला कर दें।
दाहिने पैर को सीधा कर उसे ऊपर और पीछे की ओर तान कर फैलाएं।
दाहिन घुटने को मोड़ें और पैर की उंगलियों को सिर की ओर लाएं।
ऊपर की ओर देखें और पैर की उंगलियों से सिर के पिछले भाग को छूने की कोशिश करें।
कुछ देर तक इस स्थिति में सांस रोकर कर रखें।
दाहिने पैर को सीधा कर लें।
घुटने को मोड़कर पैर को हिप्स से नीचे की ओर झुकाएं।
साथ ही पीठ को ऊपर की ओर धनुषाकार बनाते हुए सिर को नीचे झुकाएं।
ऐसा करते हुए दाहिना पंजा जमीन को न छूएं।
सिर से घुटने को छूने की कोशिश करें।
अब यही प्रक्रिया दूसरे पैर से दोहरानी है।
सेतुबंधासन
पीठ के बल मैट पर लेट जाएं।
पैर को घुटने से मोड़ते हुए पंजों को हिप्स के जितना नजदीक हो सके लाने का प्रयास करें।
दोनों हाथों से पैर को दोनों पंजों को पकड़ लें।
अब सांस भरते हुए कंधे से सहारा देते हुए पेट और हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं।
इस स्थिति में अपनी क्षमतानुसार सांस रोककर रखें।
फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए हिप्स और कमर को मैट पर रखें।
यह एक चक्र पूरा हुआ।
इसे कम से कम 5 बार जरूर करें।