एसिडिटी समस्या से छुटकारा दिलाएगा ये 2 योगासन

एसिडिटी पाचन तंत्र से जुड़ी एक समस्या है। यह समस्या पेट में अत्यधिक एसिड उत्सर्जित होने के चलते होती है

Update: 2021-07-04 11:44 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   एसिडिटी पाचन तंत्र से जुड़ी एक समस्या है। यह समस्या पेट में अत्यधिक एसिड उत्सर्जित होने के चलते होती है। इसे एसिड रिफ्लक्स भी कहते हैं। इस दौरान एसिड भोजन नली से गले तक आ जाता है। कई बार खाना उल्टी के रूप में बाहर आने लगता है। खासकर नवजात शिशु दूध पीने के बाद उसे तुरंत निकाल देते हैं। ऐसा एसिड रिफ्लक्स के चलते होता है। एसिड रिफ्लक्स की समस्या अत्यधिक कॉफी के सेवन, चटपटा और भरपेट खाना खाने से होती है। इस वजह से चक्कर और पेट फूलने लगता है। इससे छुटकारा पाने के लिए खानपान और रहन-सहन में विशेष बदलाव करें। साथ ही रोजाना योग करें। योग के कई आसान हैं। इनमें 2 आसन एसिडिटी को दूर करने के लिए कारगर साबित होता है। आइए जानते हैं-

उष्ट्रासन करें
इसके लिए सबसे पहले 'सावित्री आसन' में आ जाएं। इसके बाद शरीर को पीछे की ओर मोड़कर दोनों हाथों को अपने टखनों पर रखें। एक चीज़ का ध्यान रखें कि अपने गर्दन को न घुमाएं, बल्कि गर्दन को प्राकृतिक अवस्था में रहने दें। कुछ पल के लिए इस अवस्था में रहें। अब हाथों को हटाकर पहली अवस्था में आ जाएं। इस अवस्था में ज्यादा देर तक न रहें। हालांकि, उष्ट्रासन को योग शिक्षक की निगरानी में करें। साथ ही शारीरिक शक्ति का दमन न करें।

पश्चिमोत्तानासन करें
पश्चिमोत्तानासन दो शब्दों पश्चिम और उत्तानासन से मिलकर बना है। इसमें पश्चिम को पीठ को बताया गया है। जबकि उत्तानासन का तात्पर्य अपने शरीर के पीछे वाले हिस्से को आगे की ओर खींचना है। आसान शब्दों में कहें तो समतल भूमि पर बैठकर अपने शरीर के पीछे वाले हिस्सों को आगे करना पश्चिमोत्तानासन है। इस योग को करने से पेट पर बल पड़ता है। साथ ही पेट में खिंचाव पैदा होता है। इससे एसिडिटी की समस्या में आराम मिलता है।


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