इन 10 आयुर्वेदिक चीजों से बाल बनेंगे काले, घने और मुलायम

Update: 2023-07-12 13:03 GMT
खराब खान-पान और प्रदूषित वातावरण आज के समय में बालों को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहा हैं। इन दिनों में बालों का झड़ना, रूखापन होना, रूसी आना, चमक खोना आदि समस्याएं सामने आती हैं। बालों की सुंदरता बढ़ाने के लिए लोग न जाने कितने जतन करते हैं। लेकिन इसमें आयुर्वेद के उपाय ही ज्यादा कारगर साबित होते है। प्राचीन समय से ही बालों की इन समस्याओं को दूर करने के लिए आयुर्वेद में कई ऐसी चीजें बताई गई हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। आयुर्वेद की इन चीजों को जड़ से खत्म किया जा सकता है और हमेशा के लिए लंबे व घने बाल पाए जा सकते हैं। आइये जानते हैं इन आयुर्वेदिक चीजों के बारे में...
आंवला
बाल बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में आंवला पहले नंबर पर है। इसमें कई एसेंशियल फैटी एसिड होते हैं, जो बाल के रोमछिद्रों को मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट, गैलिक एसिड और कैरोटीन समृद्ध मात्रा में होता है, जो स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और फिर बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं। आंवला पाउडर में नींबू के जूस को मिलाकर स्कैल्प व बालों में लगाया जा सकता है। एक घंटा रखने के बाद सादे पानी से धो लेना है। इसे तुलसी की पत्तियों के साथ मिलाकर लगाने से यह बढ़िया स्कैल्प मास्क का काम करता है।
जटामांसी
आयुर्वेद में जटामांसी का इस्तेमाल बरसों से औषधि के रूप में किया जाता रहा है। यह बालों की सेहत सुधारता है और समय से पहले बालों को सफेद होने से भी रोकता है। इसके अलावा यह दिमाग के कामकाज और नींद को सुधारने में भी मदद करता है। वक्त से पहले बालों का सफेद होना रोकने के लिए आयुर्वेद में जिन जड़ी-बूटियों का ज़िक्र किया गया है, जटामांसी उनमें से एक है। इसके तेल का इस्तेमाल नस्य चिकित्सा या हेयर ऑयल के रूप में भी किया जा सकता है।
मेथी
यदि आपका उद्देश्य बालों को झड़ने से रोकना है और बालों को मजबूत बनाना है, तो आप मेथी के बीज का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह एक आयुर्वेदिक घटक है जो बालों के पतले होने, रूसी और ड्राई स्कैल्प के इलाज के लिए फायदेमंद है। आपके हेयर केयर रूटीन में मेथी का प्रयोग डैमेज और सूखे बालों को जल्द-से-जल्द ठीक कर देगा।
शिकाकाई
शिकाकाई में विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-डी व विटामिन-के पाया जाता है, जो बालों की सेहत को बनाए रखने में मददगार है। इससे बालों की ग्रोथ भी होती है। शिकाकाई पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर एक जार में रख लेना है। इस तेल से सप्ताह में कम से कम दो बार बालों की मालिश करने से बाल बढ़ने में मदद मिलती है।
तुलसी
भारत में हजारों सालों से त्वचा और बालों के लिए तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी आपके स्वस्थ और चमकदार बालों के लिए फायदेमंद है। इसका उपयोग आप कई तरह से कर सकते हैं। इसकी पत्तियों को सुखाकर इसका पाउडर बना लें और भिगोकर बालों में लगाएं या फिर इसे पानी में उबालकर इसके पानी से बाल धोएं।
रीठा
रीठा में सैपोनिन पाया जाता है, जो बालों को सॉफ्ट और हेल्दी रखने के साथ बढ़ाने में भी योगदान देता है। रीठा के साथ शिकाकाई को आधे लीटर पानी में उबाल लेना है। रात भर इसी पानी में छोड़ देने के बाद सुबह छानकर इसका इस्तेमाल बालों पर शैम्पू की तरह करने की सलाह आयुर्वेद में दी जाती है।
भृंगराज
भृंगराज एक प्राचीन आयुर्वेदिक सीक्रेट है और इसे जड़ी-बूटियों का राजा भी कहा जाता है। इसका तेल आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन E, पॉलीपेप्टाइड्स और विटामिन D से भरपूर होता है। इसीलिए भृंगराज बालों के झड़ने को कम करने के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक है। आर्काइव्स ऑफ डर्मेटोलॉजिकल रिसर्च, बायोमेड रिसर्च इंटरनेशनल और इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मटेक रिसर्च जर्नल में प्रकाशित विभिन्न अध्ययनों ने भी इस दावे को साबित किया है। अरंडी के तेल में भृंगराज तेल मिलाएं और अपने सिर की मालिश करें और कुछ ही समय में आपके बालों की समस्या दूर हो जाएगी।
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