गर्मियों मेें होता है डिहाइड्रेशन का खतरा
डिहाइड्रेशन होने का खतरा बहुत अधिक रहता
इस मौसम में डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर, डायरिया जैसी समस्या होने लगती हैं. लोग आमतौर पर एलोपेथी में इलाज करवाते हैं. मगर आयुर्वेद मंे भी गर्मियों से बचाव और बॉडी को ठंडा रखने के बेहतरनी टिप्स दिए गए हैं. इन टिप्स को फॉलो करके स्वस्थ्य रहा जा सकता है.
गर्मियों में फिट रहने के लिए कारजुराडी मंथा अच्छा विकल्प है. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है. आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि गर्मियों में इसका सेवन जरूर करना चाहिए. इसके अलावा इमली, कोकम, मुनक्का, खजूर, आंवला और अनार को 4 घंटा पानी में भिगोकर रख दें. इसे मैश कर रस निकाल लें और छानकर पी जाएं. इससे डिहाइड्रेशन नहीं होगा. एनर्जी भी दिनभर बनी रहेगी.
आयुर्वेद में फल और सब्जियां का विशेष महत्व है. मीठी, रसीली, खट्टी और कसैली फल, सब्जियों को उपयोगी माना जाता है. ये बॉडी को ठंडा रखने का काम करती हैं. खरबूजा, तरबूज, नाशपाती, चेरी, आम और अंगूर जैसे लाभकारी फ्रूट हैं. ब्रोकली, तोरई और शतावरी सब्जियां बॉडी को ठंडा करती हैं. बॉडी को ठंडा रखने वाले मसाले जैसे पुदीना, सौंफ, चक्र फूल और इलायची का प्रयोग खाना बनाने में करें.
आमतौर पर लोग बोतलबंद जूस पीना पसंद करते हैं. जबकि इन्हें नहीं पीना चाहिए. इनमें कार्ब्स व अन्य हानिकारक कैमिकल्स होते हैं. जो इंस्टेट एनर्जी तो देते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म में निगेटिव इफेक्ट डालते हैं. बर्फ से बने ठंडे पेय पदार्थाें को भी बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. ये पाचन तंत्र को बहुत धीमा कर देते हैं.
गर्मी के मौसम में धूप में नहीं जाना चाहिए. चिलचिलाती धूप डायरिया समेत कई परेशानियों की जड़ सकती है. धूप में जाना मजबूरी है तो तेज धूप में झुलसने से बचाने के लिए अच्छी सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए. गर्मियों में ठंडक पाने के लिए कुकुंबर वॉटर का प्रयोग करें. आंखों को बचाने के लिए चश्मा जरूर लगाएं. इसके अलावा गर्मी में नींबू पानी पी लें.
बॉडी को ठंडा रखने के लिए तैराकी को अच्छे विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है. इससे जहां मसल्स एक्सरसाइज होती है. वहीं बॉडी भी ठंडी रहती है. यह स्किन ग्लो करने का काम करती है. इसके अलाव प्राणायाम, अनुलोम-विलोम जैसे भी अच्छी एक्सरसाइज हैं. इससे मन शांत रहता है.