डायबिटीज बढ़ने पर है कैंडिडा इंफेक्शन का खतरा, पैरों की चोट होती है देर तक ठीक
डायबिटीज के दौरान मरीजों को एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है. ऐसे में उन्हें पैरों की खासतौर पर देखभाल करनी चाहिए. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों करना चाहिए
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Sign Of Type 2 Diabetes: अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको पैरों की देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है. यूं तो टाइप 2 डायबिटीज के चार सामान्य लक्षण हैं जैसे- बार-बार यूरिन आना, बहुत ज्यादा प्यास लगना और पानी पीने के बाद भी प्यास ना बुझना, सामान्य से अधिक थकान होना, जरूरत से ज्यादा पतला होना या बिना वजह वजन घटना. लेकिन कुछ ऐसे लक्षण भी हैं जिन्हें आप अपने पैर की उंगलियों पर आसानी से देख सकते हैं. आइए जानें, क्या हैं वे लक्षण.
क्या कहना है नेशनल हेल्थ सर्विस का सर्वे
एनएचएस के मुताबिक, अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आप इंफेक्शन के प्रति अधिक सेंसिटिव होते हैं और इस वजह से कट और घाव ठीक होने में अधिक समय लेते हैं. साथ ही डायबिटीज बढ़ने के दौरान आपके पैर के अंगूठे पर इसके संकेत दिखने लगते हैं. ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
पैरों की चोट होती है देर तक ठीक
एनएचएस के मुताबिक, डायबिटीज पैरों में खून की आपूर्ति को कम कर सकता है. इससे पैर में चोटें लगने के बाद अच्छी तरह से ठीक नहीं हो पाती हैं आप ध्यान नहीं दे पाते कि आपका पैर कितना इफेक्ट हुआ है.
कैंडिडा इंफेक्शन और डायबिटीज का संबंध
कैंडिडा एक इंफेक्शन है जो शरीर पर कहीं भी हो सकता है लेकिन त्वचा की परतों- उंगलियों और पैर की उंगलियों पर खासतौर पर होता है. अगर ये इंफेक्शन आपके पैर की उंगलियों पर हैं तो इससे आपके नाखूनों के आसपास की त्वचा लाल और कोमल हो सकती है. कुछ मामलों में ये नाखून पीले पड़ सकते हैं या नाखून पूरी तरह से हट जाते हैं. जब पैरों में ये इंफेक्शन होता है तो इसे पैरोनीचिया कहा जाता है.
डायबिटीज के मरीजों को सबसे अधिक त्वचा में इंफेक्शन होने का खतरा होता है और उन्हें पैरोनीचिया होने की संभावना अधिक होती है. ऐसा इसीलिए क्योंकि हाई ब्लड शुगर इम्यूनिटी को कमजोर कर देता है.
अगर आपको एथलीट फुट या पैरोनीचिया की समस्या है और ये बढ़ रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए क्योंकि ये डायबिटीज होने या बढ़ने का संकेत हो सकता है. ऐसा आमतौर पर टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के मामले में होता है.