इलायची और मिश्री खाने के है कई फायदे
पाचन स्वास्थ्य के लिए इलायची और मिश्री खाना फायदेमंद होता है।
इलायची औषधीय गुणों से भरपूर एक मसाला है, जिसका उपयोग कई प्रकार के खाद्य व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने और सुगंधित बनाने के लिए किया जाता है। इलायची को अंग्रेजी में cardamom कहा जाता है और इलायची की तासीर ठंडी होती हैं। इलायची में औषधीय गुण पाए जाने के कारण, भारत और चीन में इलायची का उपयोग कुछ विशेष प्रकार की दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है। इलायची खाने के स्वाद को बढ़ाने से लेकर अच्छी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है।
मिश्री चीनी का एक अपरिष्कृत रूप है, जिसे मिश्री या कैंडी शुगर कहा जाता हैं। मिश्री को गन्ने और खजूर के रस से बनाया जाता हैं, जो चीनी के मुकाबले कम मीठी होती है। मिश्री को अंग्रेजी में रॉक शुगर (Rock sugar) कहा जाता हैं और मिश्री की तासीर ठंडी होती हैं। मिश्री में औषधीय गुण इतने हैं कि कई गंभीर बीमारियों के अचूक इलाज में मिश्री का उपयोग किया जाता है इसलिए कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के लिए भी मिश्री का उपयोग किया जाता हैं।
इलायची और मिश्री खाना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं। दरअसल इलायची और मिश्री एक साथ सेवन करने से यह एक शक्तिशाली मिश्रण बन जाता हैं, जो शरीर को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता हैं। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से इलायची और मिश्री खाने के फायदे और नुकसान के बारे में।
इलायची में पाए जाने वाले पोषक तत्व
इलायची में आयरन, विटामिन सी, नियासिन, राइबोफ्लेविन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इलायची और मिश्री खाने के फायदे (Benefits of eating Cardamom and Sugar candy in hindi)
पाचन स्वास्थ्य के लिए इलायची और मिश्री खाना फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के अनुसार, इलायची और मिश्री खाने से पाचन क्रिया में सुधार होता हैं। इलायची और मिश्री में डाइजेस्टिव गुण मौजूद होते हैं, जो खाने को अच्छे से पचाने में मदद करते हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ व मजबूत बनाये रखने में सहायक होते हैं।
मुंह में छाले हो जाने पर इलायची को महीन पीसकर उसमें पीसी हुई मिश्री को मिलाएं और छाले पर लगाएं। इस मिश्रण को लगाने से मुंह के छाले जल्द ही ठीक हो जाते हैं।
गर्भवती महिलाओं को भूख न लगाने की समस्या में इलायची के साथ मिश्री का सेवन करना चाहिए क्योंकि इलायची और मिश्री में पाए जाने वाले पोषक तत्व, भूख को बढ़ाने में मदद करते हैं। भूख न लगाने की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को इलायची चूर्ण में 4 ग्राम मिश्री मिलाकर, इस मिश्रण का रोजाना सुबह-शाम सेवन करना चाहिए।
नाक से खून बहने की समस्या में इलायची और मिश्री का पानी के साथ सेवन करना लाभदायक होता है। आमतौर पर नाक से खून आने की समस्या, शरीर के तापमान बढ़ने के कारण होती है। वहीं इलायची और मिश्री की तासीर ठंडी होती हैं, जो शरीर को शीतलता प्रदान कर, गर्मी के प्रभाव को दूर करती हैं और गर्मी के कारण नाक से खून बहने की समस्या को दूर करती हैं।
इलायची और मिश्री का सेवन, शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करता है। दरअसल मिश्री में सुक्रोज की अच्छी मात्रा पायी जाती हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है इसलिए कहा जा सकता है कि इलायची और मिश्री का सेवन शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक हो सकता है।
सर्दी-खांसी या गले में खराश की समस्या के दौरान इलायची और मिश्री का सेवन करना फायदेमंद होता हैं। रात को इलायची और मिश्री के मिश्रण को दूध के साथ खाने से, सर्दी-खांसी और गले की खराश में आराम मिलता हैं।
बढ़ते वजन या मोटापे से परेशान लोगों को इलायची और मिश्री का सेवन करना चाहिए। दरअसल इलायची और मिश्री में पाए जाने वाले पोषक तत्व, वजन को तेजी से घटाने में मदद करते हैं।
इलायची और मिश्री के सेवन से, मुंह से आने वाली दुर्गंध की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। दरअसल मिश्री और इलायची में एंटी- बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो मुंह में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं। इसके अलावा इलायची व मिश्री की तासीर ठंडी होती है, जो मुंह में ताजगी को बरकरार रखती हैं और मुंह आने वाली दुर्गंध को दूर करती हैं।