कई बीमारियां महिलाओं के गर्भधारण में समस्या पैदा कर सकती हैं। यह भी कहा जाता है कि बांझपन के कारण महिलाएं गर्भवती नहीं हो पाती हैं। हालांकि, ऐसा कई अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकता है। इन्हीं में से एक है एंडोमेट्रियोसिस... यह एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण गर्भधारण करने में दिक्कतें आती हैं।
एंडोमेट्रियोसिस क्या है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जब महिलाओं के अंडाशय में एंडोमेट्रियल टिश्यू बनने लगते हैं तो एंडोमेट्रियोसिस एक बीमारी बन जाती है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो ये टिश्यू अल्सर में बदलने लगते हैं। शरीर के निचले हिस्से में सूजन की वजह से प्रेग्नेंसी में दिक्कत हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक इस बीमारी के कारण करीब 50 फीसदी महिलाएं गर्भवती नहीं हो पाती हैं।
एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण
महिला चिकित्सक के अनुसार इस रोग में पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द बना रहता है। प्राइवेट पार्ट के आसपास हल्का इंफेक्शन भी हो सकता है। अगर किसी महिला को इस तरह की समस्या है तो उसे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अगर गर्भधारण नहीं हो रहा है तो यह एंडोमेट्रियोसिस के कारण हो सकता है। महिलाओं को इस बीमारी के बारे में जागरूक होना चाहिए और इसके लक्षण दिखते ही इलाज कराना चाहिए। लापरवाही से पूरी तरह बचें।
एंडोमेट्रियोसिस की पहचान कैसे करें
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ज्यादातर महिलाएं एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी से अंजान होती हैं। पेट के निचले हिस्से में दर्द हो तो इसे नजरअंदाज करने से बचें। कुछ जांचों की मदद से इसकी पहचान की जा सकती है। इसके लक्षणों को जानकर आप आसानी से इससे बच सकते हैं।