गर्मियों में बच्चों की सेहत का रखें खास ख्याल, जानें एक्सपर्ट के टिप्स
गर्मियों में बच्चों की सेहत का रखें खास ख्याल
बच्चों को गर्मियों की छुट्टियों का पूरे साल इंतजार रहता है, वो समर वेकेशन में घूमने जाते हैं या आउटडोर एक्टिविटी में ज्यादा वक्त गुजारते हैं। इस दौरान बच्चों को कुछ समस्याएं भी हो जाती हैं। खासकर, समर वेकेशन के पश्चात बच्चों को ईएनटी से जुड़ी परेशानियां हो जाती हैं। ऐसे में बच्चों को इन दिक्कतों से बचाने की जरूरत है। सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर विजय वर्मा ने बचाव के तरीके बताए।
एलर्जिक राइनाइटिस- गर्मियों (summer tips) के दौरान पोलन, धूल और मोल्ड स्पोर्स जैसी एलर्जिक दिक्कतें हो जाती हैं। एलर्जिक राइनाइटिस को हे फीवर के रूप में भी जाना जाता। इसमें छींक, खुजली, नाक बंद होना और आंखों से पानी आने की समस्या होती है। इन परेशानियों से बचने के लिए, माता-पिता को पोलन आवर्स के दौरान खिड़कियां बंद रखनी चाहिए, घर पर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना चाहिए, और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे पहले से ही ज्ञात एलर्जी के संपर्क में न आएं। New Born Baby Care in
साइनाइटिस- साइनस कैविटी की सूजन से साइनाइटिस होता है। ये गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी हो सकती है।लगातार तैरने और क्लोरीन के संपर्क में आने से नाक के रास्ते में जलन हो सकती है, जिससे साइनस ब्लॉकेज का खतरा रहता है और बाद में इससे इंफेक्शन हो सकता है।
एडेनोइड्स इशू- एडेनोइड्स नाक के पीछे स्थित छोटे ऊतक होते हैं, और ये इंफेक्शन के मामले में इम्यूनिटी सिस्टम के रिस्पॉन्स में अहम भूमिका निभाते हैं।गर्मियों के दौरान, एडेनोइड्स इंफेक्शन या एलर्जी के कारण बड़े हो सकते हैं, जिससे नाक बंद, खर्राटे और सांस लेने में कठिनाई जैसी परेशानी हो सकती है। अगर बच्चों को लगातार सांस लेने में समस्या या अन्य एडेनोइड से संबंधित लक्षणों का अनुभव होता है, तो उन्हें ईएनटी स्पेशलिस्ट को दिखाना चाहिए।
टॉन्सिलाइटिस- समर सीजन में अक्सर टॉन्सिलाइटिस के मामलों में बढ़ोतरी हो जाती है. इसमें सूजन और सूजन वाले टॉन्सिल, गले में खराश और निगलने में कठिनाई होती है। क्लाइमेट चेंज या एसी के कारण बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन हो जाता है जिससे ये समस्या पनप जाती है। ऐसे मामलों से बचाव के लिए हाइड्रेशन को मेंटेन रखें, ठंडे पेय पदार्थों से बचें और बैलेंस डाइट लें।
डीहाइड्रेशन और सूखा गला- गर्मी के मौसम में बच्चे अक्सर घर के बाहर ज्यादा वक्त गुजारते हैं लेकिन वो फ्लूड उतना नहीं पी पाते हैं। इससे उनका गला सूख सकता है, जिससे बच्चों को गले में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। ये सुनिश्चित करें कि बच्चे बहुत सारा पानी पिएं, फलों और सब्जियों जैसे हाइड्रेटिंग फूड्स का भी ज्यादा सेवन करें। Parenting Tips
इन्फ्लूएंजा (फ्लू)- हालांकि, फ्लू को सर्दी के सीजन से जोड़कर देखा जाता है लेकिन समर वेकेशन के दौरान भी बच्चों को फ्लू हो सकता है. एसी वाला माहौल, ज्यादा भीड़ वाली जगह, और ट्रैवलिंग से भी इन्फ्लूएंजा वायरस की चपेट में आने का खतरा रहता है। ऐसे में सभी मां-बाप के लिए ये जरूरी है कि वो अपने बच्चों को वैक्सीन लगवाते रहें ताकि इंफेक्शन का खतरा कम हो सके। इसके अलावा साफ-सफाई का ध्यान रखें, बीमार लोगों से दूरी बनाएं, ऐसा करने से भी फ्लू से बचाव किया जा सकता है। Parenting Tips
मिडल ईयर इंफेक्शन- गर्मी की छुट्टियों में लोग बच्चों के साथ ट्रैवल करते हैं। हवाई यात्रा करते हैं तो एल्टीट्यूड में बदलाव होता है जिससे कान के अंदर फ्लूड जमा होने और फिर उससे इंफेक्शन का डर रहता है। इसलिए प्लेन के टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान बच्चों को कुछ चबाने के लिए बोलना चाहिए ताकि दबाव को संतुलित किया जा सके।अगर कान में दर्द बढ़ता है तो फिर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
ओटाइटिस एक्सटर्ना- गर्मी में बच्चे स्विमिंग जैसी एक्टिविटी भी करते हैं, वाटर पार्क जाते हैं। पानी में ज्यादा वक्त बिताने से कई बार बच्चों ओटाइटिस एक्सटर्ना या स्वीमर्स ईयर की समस्या हो सकती है। ये इंफेक्शन तब होता है जब बैक्टीरिया या फंगस कान के कैनाल में चला जाता है। ऐसे में बच्चों को स्विमिंग करते वक्त ईयर प्लग्स पहनने चाहिए और बाहर निकलने पर अच्छे से कान को सुखा लेना चाहिए।
इसके अलावा अगर आपके घर में पानी के रिसाव जैसी समस्या है तो इससे घर की खूबसूरती तो बिगड़ती ही है, साथ ही आपके बच्चे की सेहत को भी इससे नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। इसलिए घर में ऐसी हालत न होने दें, एक हेल्दी इनडोर वातावरण बनाएं ताकि फफूंदी, मोल्ड और नमी के चांस कम रहें। ड्राई और साफ-सुथरा घर बच्चों को सांस से जुड़ी बीमारियों, एलर्जी और त्वचा से जुड़ी समस्याओं से बचाता है।
समर वेकेशन बच्चों के लिए इंजॉय करने का टाइम होता है। ऐसे में माता-पिता बच्चों की सेहत का भी ध्यान रखें ताकि उनका ये फन पीरियड खराब न हो और ईएनटी से रिलेटेड इश्यूज न आएं। ईयर प्लग्स, गुड नैसल हाइजीन, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, फ्लू का टीका लगवाना जैसे एहतियाती कदम उठाकर बच्चों को सामान्य ईएनटी समस्याओं से बचाया जा सकता है। अगर कोई भी लक्षण ज्यादा बढ़े या गंभीर हो जाए तो ईएनटी स्पेशलिस्ट को जरूर दिखाएं और अपने बच्चों के लिए इस समर वेकेशन को हेल्दी व फनी बनाएं।