कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी बरतें सभी सावधानियां
कोविड से सुरक्षा के लिए विशेषज्ञ सभी लोगों को अपनी इम्यूनिटी बेहतर रखने की सलाह देते हैं
कोविड से सुरक्षा के लिए विशेषज्ञ सभी लोगों को अपनी इम्यूनिटी बेहतर रखने की सलाह देते हैं। इम्यूनिटी बेहतर करने के लिए पौष्टिक खान-पान का, अच्छी नींद और रोजाना व्यायाम बेहद आवश्यक माना जाता है। इसी क्रम में कोरोना से सुरक्षा देने के लिए सरकार ने देशभर में टीकाकरण अभियान को भी तेज कर दिया है। वैक्सीनेशन को इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ कोरोना से सुरक्षा देने में काफी कारगर माना जा रहा है। पर क्या वैक्सीन लगवा लेने के बाद आप पूरी तरह से सुरक्षित हो जाते है? इसके बाद कोरोना से डरने की कोई जरूरत नही हैं? वैक्सीनेशन के बाद की जिंदगी कैसी होने वाली है, ऐसे कई सवाल आप लोगों के मन में भी आ रहे होंगे।
अमर उजाला फाउंडेशन की पहल के माध्यम से कोरोना महामारी को लेकर मंगलवार को हुई चर्चा में हमने विशेषज्ञों से इसी बारे में जानने की कोशिश की। इस दौरान ग्रेटर नोएडा के यथार्थ हॉस्पिटल में मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ सुनील बालियान ने सभी सवालों के जवाब दिए।
कोविशील्ड बनाम कोवैक्सीन
डॉ सुनील बालियान बताते हैं कि कोरोना की देश में दो वैक्सीन दी जा रही है। कोवैक्सीन के दो डोज में 28 दिनों का जबकि कोविशील्ड में 12 से 16 हफ्तों का अंतराल रखा गया है। अब तक के अध्ययनों से एक बात स्पष्ट है कि दूसरी डोज लगने के 14 दिनों के बाद ही शरीर में पर्याप्त इम्यूनिटी बनती है। वैक्सीन लगने के बाद ही खुद को सुरक्षित मान लेना सही नहीं है। दूसरी डोज लगवाने के बाद भी लाभ देखने को मिले हैं।
वैक्सीन की प्रभाविकता
डॉ सुनील बालियान बताते हैं कि दुनियाभर में वैक्सीनों की प्रभाविकता को लेकर हुए अध्ययन में अमेरिकन वैक्सीन मॉडर्न को सबसे ज्यादा असरदार बताया गया है। अध्ययनों में इसकी प्रभाविकता 92 फीसदी के करीब की बताई जाती है। दूसरे नंबर पर फाइजर और तीसरे नंबर पर कोविशील्ड को प्रभावी माना जाता है। कोवैक्सीन को लेकर अभी बहुत ज्यादा अध्ययन और डेटा उपलब्ध नहीं है।
वैक्सीनेशन के बाद कितने सुरक्षित?
इस सवाल के जवाब में डॉ सुनील कहते हैं कि वैक्सीन लगने के बाद भी जिन लोगों ने कोविड से बचाव के सभी उपायों को प्रयोग में लाया है उनमें संक्रमण का खतरा बहुत कम देखा गया है। हालांकि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें दोनो डोज लग जाने के बाद भी लोगों को संक्रमित पाया गया है, पर ऐसे मामले बहुत ही कम हैं। वैक्सीन लगने के बाद अगर संक्रमण हो भी जाता है तो उसका गंभीर असर नहीं होता है। बावजूद इसके सभी लोगों को वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड से बचाव के नियमों का पालन करते रहना चाहिए।