लाइफस्टाइल: गन्ने के बारे में कौन नहीं जानता होगा. गन्ने से बच्चों से लेकर बूढ़े तक, सभी परिचित होंगे. असल में गन्ना होता ही इतना मीठा है कि सबको इसका स्वाद बहुत पसंद आता है. जब भी गन्ने की फसल बाजार में आती है, तो लोग जी भर कर गन्ने का जूस पीते हैं, गन्ने से गुड़, चीनी या अन्य कई खाद्य पदार्थ बनाएं जाते हैं. लेकिन आज हम बात करेंगे गन्ने के मुरब्बा की. क्या आपको पता है कि गन्ने के मुरब्बे में जितनी मिठास होती है. उतना ही यह शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है.
दुकानदार एसपी गुप्ता बताते हैं कि मेरी दुकान 35 से 40 वर्ष पुरानी है. मैं अपने हाथों से आचार और मुरब्बा तैयार करता हूं. मेरे यहां एक गन्ने का मुरब्बा हैं जो काफी मशहूर है. लोग इसको काफी पसंद करते हैं. लोगों खुद बताते हैं कि यह मुरब्बा रोगों को भी ठीक करता हैं. कई ग्राहक तो इसका नाम सुनकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं. की गन्ने का भी मुरब्बा बनता हैं क्या.
कैसे बनता है यह खास मुरब्बा
गन्ने का मुरब्बा बनाने के लिए सबसे पहले इसके डंठल को छिला जाता हैं. उसके बाद काटकर छोटे-छोटे टुकड़ों में अलग किया जाता हैं. उसके बाद इसको गोदा जाता हैं. ताकि अपने अंदर चासनी को अवशोषित कर सकें. अंत में इसे चासनी में पकाया जाता हैं. इतनी प्रक्रिया के बाद तैयार होता है गन्ने का मुरब्बा. गन्ने के मुरब्बे की कीमत की बात करें तो यह 240 रु. प्रति किलो के हिसाब से मिलता हैं.
स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है यह मुरब्बा
राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ सर्वेश कुमार ने बताया कि गन्ने का मुरब्बा स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी होता है. जैसे पेट की समस्या आंख की रोशनी पीलिया इत्यादि तमाम रोगों में यह लाजवाब काम करता है. इसका सेवन शुगर के मरीज को नहीं करना चाहिए.
कहां मिलता है यह खास मुरब्बा
जनपद बलिया में मशहूर एसपी गुप्ता अचार एवं मुरब्बा की दुकान है. जहां पर यह खास मुरब्बा मिलता है. सबसे प्राचीन दुकान ओक्डेनगंज पुलिस चौकी के पास में है. इसके तीन शाखा भी है. एक जगदीशपुर में, दूसरी नगर पालिका गेट के ठीक सामने, तीसरी कचहरी में अंबेडकर भवन के ठीक सामने स्थापित है.