लेकिन सभी जरूरी कदम उठाने के बाद भी आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है इसका पता कैसे लगाया जा सकता है? हम आपको उन सामान्य लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जो शरीर की कमजोर इम्यूनिटी की तरफ इशारा करते हैं:
1. हर वक्त स्ट्रेस में रहना- अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट की मानें तो लंबे समय तक रहने वाला स्ट्रेस या तनाव (Stress) इम्यून सिस्टम द्वारा प्रतिक्रिया देने की क्षमता को कमजोर बना देता है. इसका कारण ये है कि स्ट्रेस की वजह से शरीर की सफेद रक्त कोशिकाएं जो इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती हैं उनमें कमी आने लगती है और वे कमजोर होने लगती हैं. लिहाजा जहां तक संभव हो स्ट्रेस लेवल में कमी जरूर करें.
2. थकान महसूस होना- हर वक्त थकान (Fatigue) महसूस होना कमजोर इम्यूनिटी का सबसे प्रमुख लक्षण है. बहुत अधिक काम करने पर थकान महसूस होना जाहिर सी बात है लेकिन बिना कुछ किए ही हर वक्त थका हुआ महसूस करना, इस बात का संकेत है कि आपका इम्यून सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है.
3. जोड़ों में दर्द- अगर किसी व्यक्ति को नियमित रूप से जोड़ों में दर्द (Joint Pain) की समस्या रहती है तो यह भी कमजोर इम्यूनिटी का एक अहम संकेत माना जाता है. इसका कारण ये है कि अगर इम्यून सिस्टम लंबे समय तक धीमी गति से काम करता है तो इसकी वजह से रक्तवाहिका में इन्फ्लेमेशन (आंतरिक सूजन और जलन) की समस्या हो जाती है और इस कारण जोड़ों में सूजन, जकड़न और दर्द होने लगता है.
4. सर्दी-जुकाम और गले में खराश- किसी सामान्य वयस्क व्यक्ति को साल में 2 से 3 बार सर्दी-जुकाम (Common Cold) होना सामान्य सी बात है. बच्चों में यह संख्या कुछ अधिक हो सकती है. लेकिन अगर किसी व्यक्ति को हर वक्त सर्दी-जुकाम और गले में खराश (Sore Throat) की समस्या रहती हो तो यह भी इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का एक लक्षण माना जाता है. अमेरिका के सीडीसी की मानें तो जिन लोगों की इम्यूनिटी लंबे समय तक कमजोर बनी रहती है उनमें ब्रोन्काइटिस (Bronchitis) और निमोनिया (Pneumonia) होने का जोखिम बढ़ जाता है.
5. घाव का देर से भरना- अगर आपके घाव (Wound) को भरने में सामान्य से अधिक समय लग रहा है तो यह भी इस बात का संकेत है कि आपको कोई आंतरिक बीमारी है और आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है. इसका कारण ये है कि जब आपको कोई चोट लगती है या स्किन जल जाती है तो शरीर पोषण से भरपूर खून को चोट वाली जगह पर भेजता है ताकि घाव जल्दी भर जाए. लेकिन अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो घाव भरने की यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है.