लाइफस्टाइल: पीरियड्स के पहले या बाद में स्पॉटिंग का करना पड़ता है सामना, दर्दनाक हो सकता है स्पॉटिंग का करना पड़ता है सामना, दर्दनाक हो सकता है अंजाम पीरियड्स से पहले या बाद में हो रही है स्पॉटिंग, इन कारणों पर दे ध्यान स्पॉटिंग की समस्या आपको पीरियड्स ना होने पर, पीरियड्स के देरी से होने पर या पीरियड्स ख़तम हो जाने के कुछ समय बाद भी हो सकती है। पीरियड्स होना हर महिला के लिए गर्व की बात है, हालांकि इस से जुडी कई परेशानियों का सामन महिलाएं सालों से करती आ रहीं हैं। इनमें से एक है स्पॉटिंग, स्पॉटिंग की समस्या आपको पीरियड्स ना होने पर, पीरियड्स के देरी से होने पर या पीरियड्स ख़त्म हो जाने के कुछ समय बाद भी हो सकती है। अगर आप भी इस मुसीबत का सामना कर रहीं है तो इसे नज़रअंदाज़ ना करें। ये स्पॉटिंग आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। कई बार इस तरह की परेशानी से जूझने पर हर महिला के मन में कई सवाल आने लगते हैं। मुझे स्पॉटिंग क्यों हो रही है, कहीं मुझे कोई खतरनाक बीमारी तो नहीं, डॉक्टर को दिखाना ठीक रहेगा या थोड़ा इंतज़ार करू क्या पता स्पॉटिंग खुद ही ठीक हो जाए ,किसी घरेलु उपाय से इसे ठीक किया जा सकता है क्या। स्पॉटिंग से जुड़े इन बेकार के सवालों में फंसे रहने की वजह से आपकी हेल्थ बिगड़ती चली जाती है जिसकी वजह से आपको गंभीर बीमारिया घेर लेती हैं।
आईये जानते हैं स्पॉटिंग होने के पीछे क्या वजह है और कैसे इस से बचा जा सकता है। हमारी बॉडी में पाए जाने वाले फैट सेल्स लेप्टिन नाम के हॉर्मोन को बनाते हैं। इस हॉर्मोन की वजह से पीरियड्स देर में आते हैं या कभी जल्दी आने लगते हैं। अगर आपका वजन ज्यादा है तो आपको स्पॉटिंग की परेशनी हो सकती है। लेप्टिन का कम हो जाना भी परेशानी ले कर आता है। या तो आपको पीरियड्स होंगे ही नहीं या ना के बराबर होंगे, अब जब आपकी बॉडी पीरियड से जुडी हुई समस्या से जूझ रही है तो ऐसे में और भी बहुत सी परेशानियां आ सकती है जैसे, पिम्पल, बाल झड़ना, योनि में सूखापन महसूस होना, निप्पल्स से डिस्चार्ज होना आदि।
सर्विक्स जिसे गर्भाशय का मुंह कहा जाता है, एक महिला के शरीर का सबसे नाजुक और कोमल हिस्सा होता है। सोनोग्राफी टेस्ट की वजह से भी कभी कभी आपको स्पॉटिंग का सामना करना पड़ सकता है। ये स्पॉटिंग कुछ ही समय में डॉक्टर की दी हुई दवाइयों से ठीक हो जाती है, इसी तरह सेक्स के दौरान अगर आपको अंदरूनी चोट लग गयी है तब भी स्पॉटिंग होना पूरी तरह से संभव है।
ऑव्यूलेशन के समय ओवरी यानी अंडाशय से एग्स बाहर आते हैं, ये अंडे अंडाशय से बाहर निकालने के लिए कुछ बहुत छोटे फॉलिकल्स टूटने लगते हैं। इनके टूटने पे हलकी सी स्पॉटिंग देखी जा सकती है। ज्यादातर स्पॉटिंग होने पर सबसे पहले आपकी डॉक्टर आपके पीरियड्स की डेट पता करेंगी ताकि वो आपके ठीक ठीक ऑव्यूलेशन का समय बता पाए और आपको ये समझा पाए।
अगर आपके ब्लैडर में काफी इन्फेक्शन फैला हुआ है, तब आपको स्पॉटिंग नज़र आने लगेगी। यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन स्पॉटिंग होने का एक मुख्य कारण है। जिन महिलाओं को अक्सर यूरिन इन्फेक्शन की समस्या रहती है वो बहुत जल्दी जल्दी ही स्पॉटिंग की शिकायत करती हैं। इसके लिए आप जल दे जल्द अपनी डॉक्टर से मिल कर सलाह लें।