गुणों का भंडार हैं छोटे-से काबुली चने, खाने से मिलते हैं गजब के Benefits

Update: 2024-08-30 06:56 GMT
 Lifestyle लाइफस्टाइल:काबुली चना, जिसे गारबांजो बींस भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक रूप से मिलने वाला पोषक आहार है। ढेर सारे फायदे से भरपूर काबुली चना अपने स्वाद और पोषण के कारण सभी का फेवरेट होता है। काबुली चना के छोले, बर्गर टिक्की, हम्मस, फलाफेल, सलाद जैसी डिशेज सभी पसंद करते हैं। वीगन डाइट फॉलो करने वाले काबुली चने का टोफू भी बनाते हैं। इससे ऑमलेट और पैनकेक भी बनाए जाते हैं। सबसे आसानी से बनने वाले रोस्टेड काबुली चना तो सभी चुटकियों में बना सकते हैं। खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी गुणकारी होता है। आइए जानते हैं इसके गजब के फायदे-
तो आइए जानते हैं काबुली चना के बेमिसाल फायदे-
ब्लड शुगर स्टेबलाइजर – काबुली चना का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज के लिए ये एक बेहद पौष्टिक आहार है, इसके सेवन से ब्लड ग्लूकोज लेवल कम होता है।
प्रोटीन रिच – काबुली चना एक बेहतरीन प्लांट बेस्ड प्रोटीन है। प्रोटीन से पैक काबुली चना वेजिटेरियन और वीगन डाइट फॉलो करने वालों के लिए प्रोटीन का एक बेहतरीन विकल्प है।
हार्ट हेल्थ – काबुली चना में मौजूद फाइबर ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कंट्रोल करता है जिससे हार्ट हेल्दी बना रहता है।
बोन हेल्थ – काबुली चना में कैल्शियम, जिंक और विटामिन के पाया जाता है जो हड्डियों की बनावट और उसकी मजबूती बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है।
कब्ज से राहत – काबुली चना फाइबर से भरपूर होते हैं। ये फाइबर कब्ज़ से राहत दिलाता है जिससे डाइजेस्टिव ट्रैक्ट स्वस्थ बना रहता है।
आयरन युक्त आहार – आयरन से भरपूर काबुली चना आयरन की कमी से भी बचाव करते हैं।
वेट लॉस में मदद – ये जंक फूड की क्रेविंग कम करते हैं जिसके कारण देर तक पेट भरे होने का एहसास होता है। इससे अनावश्यक भूख और क्रेविंग नहीं होती और इस तरह इससे वेट लॉस करने में मदद मिलती है।
काबुली चना में कोलीन पाया जाता है जो नींद, मांसपेशियों के मूवमेंट को, याद रखने की क्षमता को नियंत्रित करता है।
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